नाहनः सिरमौर जिला के गौसदनों को आत्मनिर्भर बनाने के मकसद से जिला मुख्यालय नाहन के समीप माता बाला सुंदरी गौसदन में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने की, जबकि मुख्य वक्ता के तौर पर वैद्य राजेश कपूर विशेष रूप से मौजूद रहे.
गौसदनों में तैनात कर्मियों को दी गई जानकारी
कार्यशाला में गौसदनों में तैनात कर्मियों को इस बात का जानकारी दी गई कि किस तरह से गाय के गौबर से विभिन्न प्रकार के उत्पाद तैयार कर गौसदनों की आमदनी को बढ़ाते हुए उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है. वैद्य राजेश कपूर ने देसी गोवंश के पंचगव्यों से मूल्यवान पदार्थ, गाय के गोबर से बनने वाले अनेकों उत्पादों के बारे में जानकारी दी.
डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने दी जानकारी
मीडिया से बात करते हुए डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने बताया कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य जिला भर के गौसदनों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है, ताकि गौसदनों को चलाने के लिए उन्हें दूसरे पर निर्भर न रहना पड़े. उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला के बाद गौशालाओ में प्रशिक्षित कर्मी अन्य लोगों को गोबर से बनने वाले उत्पादों को प्रशिक्षण देंगे.
भविष्य में महिला स्वयं सहायता समूह को भी गौशालाओं से जोड़ने की प्रयास
डीसी ने यह भी कहा कि भविष्य में महिला स्वयं सहायता समूह को भी गौशालाओं से जोड़ा जाएगा, ताकि गाय के गोबर से तैयार होने वाले उत्पाद महिलाओं की भी आमदनी का जरिया बन सकें.
गौसदन में गोबर से तैयार किये जाएंगे उत्पाद
डीसी सिरमौर ने यह भी कहा कि आने वाले 2-3 महीनों में माता बाला सुंदरी गौसदन में गोबर से विभिन्न प्रकार के उत्पाद तैयार कर इनकी लॉन्चिंग की जाएगी और जिला के अलग-अलग गौसदनों में अलग-अलग प्रकार के उत्पाद तैयार किए जाएंगे. इस मौके पर पशुपालन विभाग की उपनिदेशक डॉ. नीरू शबनम भी मौजूद रही.
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