नाहन: हिमाचल प्रदेश में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के इरादे से सरकार ने एक और प्रयास किया है, जिसके तहत अब प्रदेश में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पादों को डाक विभाग बेचेगा. दरअसल, सरकार और डाक विभाग के बीच एक समझौता हुआ है, जिसके तहत जिला स्तर पर मुख्य डाकघर में महिला शक्ति केंद्र स्थापित किए जा रहे है, जहां पर महिला द्वारा तैयार किए गए उत्पादों की बिक्री की जाएगी.
सप्ताह में एक दिन महिला समूह अपने द्वारा तैयार किए गए विभिन्न उत्पाद बिक्री के लिए डाक विभाग को सौपेंगी और डाक विभाग ही इन्हें सेल करेगा. साथ ही, इन उत्पादों से जो भी आमदनी होगी, वह संबंधित महिला समूहों को प्रदान की जाएगी. जिला मुख्यालय नाहन में भी बुधवार को मुख्य डाकघर में जिला प्रशासन के सहयोग से महिला शक्ति केंद्र का शुभारंभ किया गया, जहां पर करीब आधा दर्जन महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए उत्पाद बिक्री के लिए रखे गए.
पांवटा साहिब के स्वयं सहायता समूह की महिला नरिन्द्र पाल कौर ने बताया कि महिला को अपने उत्पाद बेचने में मार्केटिंग की परेशानी आ रही थी. अब सरकार के इस प्रयास से उन्हें एक अच्छा मंच मिल गया है. इससे उनकी आर्थिकी में सुधार होगा.
वहीं, डीआरडीए की मुख्य सेविका रमा देवी ने बताया कि जिले के 6 विकास खंडों से महिला स्वयं सहायता समूह अपने उत्पाद अब मुख्य डाकघर में रख पाएंगी, जिनका विक्रय डाक विभाग के माध्यम से ही किया जाएगा. साथ ही, सप्ताह भर में हुई बिक्री की रकम इन महिला समूहों की दी जाएगी.
उधर, मुख्य डाकघर के सहायक अधीक्षक बलजीत कुमार ने बताया कि सरकार व डाक विभाग के बीच एक समझौता हुआ है, जिसके तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को डाक घर के माध्यम से बेचा जाएगा. डाक घर मे सभी वर्ग के लोग आते हैं. ऐसे में ऑर्डर के ऊपर भी घर तक ये उत्पाद पहुंचाएं जा सकते हैं.
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