नाहन: कहा जाता है कि परिश्रम हमेशा फल देता है और इंसान को हमेशा कुछ नया करने की दृढ़ इच्छा शक्ति हो, तो कोई भी काम असंभव नहीं होता. कृषि के क्षेत्र में एक ऐसा ही शानदार उदाहरण सिरमौर जिले के नाहन विधानसभा क्षेत्र के तहत बनकलां पंचायत के भूड़पुर गांव से ताल्लुक रखने वाले एक जेबीटी शिक्षक दलबीर सिंह ने पेश किया है. सोशल मीडिया यूट्यूब से बागवानी की बारीकियां सीख जेबीटी शिक्षक दलबीर सिंह ने न केवल 380 पौधे लगाकर अमरूद का एक बेहतरीन बगीचा तैयार कर दिया, बल्कि अन्य फलों, फूलों सहित अन्य कई प्रकार की खेती का अन्य किसानों को आर्थिकी सुदृढ़ करने की दिशा में उन्नति की नई राह भी दिखाई है.
दरअसल दलबीर एक जेबीटी शिक्षक हैं और गांव में उनके पास काफी खेत हैं. नौकरी के चलते वह खेतों में अधिक समय नहीं दे पाते थे, लेकिन फिर उन्होंने यूट्यूब पर अमरुद की उन्नत फसलों और उनसे होने वाली आय के बारे जाना. इसके बाद उत्तरप्रदेश के सहारनपुर की एक नर्सरी से तीन प्रकार की किस्मों के 380 अमरूद और कई अन्य फलों और फूलों के पौधे लेकर आए. उन्होंने करीब 4 से 5 बीघा भूमि पर तकरीबन 15 महीने पहले अक्टूबर 2021 में अमरुद के पौधे लगाकर बगीचा तैयार किया, जो अब फल दे रहे हैं और बाजार में अच्छी कीमत पर बिक भी रहे हैं.

इसके साथ-साथ दलबीर सिंह ने बेर और फूलों को भी अमरूदों के साथ उगाया हुआ है, जिससे उन्हें और अधिक लाभ मिल रहा है. आज उनके खेतों में 380 अमरुद के पौधे हैं. उनका सारा परिवार उनकी इस कार्य में सहायता करता है. साथ ही उन्होंने इस कार्य के लिए गांव के ही दो लोगों को रोजगार भी दिया है, जो उनके बागीचे की देखभाल करते हैं. दलबीर सिंह का यह प्रयास अन्य ग्रामीणों के लिए भी एक प्रेरणा बनकर उभरा है और अब अन्य ग्रामीण भी फल उत्पादन की ओर आकर्षित होने लगे हैं. दूर-दूर से लोग उनके इस बगीचे को देखने और उत्पादन विधि जानने को पहुंच रहे हैं.
जेबीटी शिक्षक दलबीर सिंह ने बताया कि उन्हें खेती से बहुत लगाव है, लेकिन नौकरी के चलते वह ज्यादा समय खेती को नहीं दे पा रहे थे. फिर उन्होंने बागवानी करने का फैसला लिया और आज उनके पास फलों से भरा बगीचा है, जिसमें अमरूद, बेर इत्यादि सहित अनेक प्रकार के फूल भी लगे हैं. उनका परिवार इस कार्य में पूरी मदद करता है और बगीचे के लिए उन्होंने दो लोगो को रोजगार भी दिया है. उन्होंने बताया कि यूट्यूब से उन्होंने बगीचा तैयार करने की जानकारी हासिल की. आज अमरूद के पौधे फल दे रहे हैं, जिससे उन्हें अच्छी आमदनी हो रही है.

वहीं, दलबीर सिंह के बगीचे में कार्यरत महिला पूनम ने बताया कि वह यहां बगीचे में कार्य करती हैं और उन्हें यहां पर रोजगार भी मिल रहा है. घर के नजदीक ही काम मिलने से उन्हें लाभ मिल रहा है. वहीं, भूड़पुर गांव के अन्य किसान एवं स्थानीय निवासी प्रताप सिंह ने बताया कि वह लोग दलबीर के बगीचे से अत्यंत प्रभावित हुए हैं और इससे उन्हें भी प्रेरणा मिली है. कुल मिलाकर सिरमौर जिले के इस छोटे से गांव में दलबीर सिंह के प्रयास से अन्य किसान खेती के साथ बागवानी से भी जुड़ने लगे हैं और उन्हें भी अपनी आय सुदृढ़ करने का एक विकल्प मिल गया है.

ये भी पढ़ें: Snowfall In Shimla: कुफरी में पर्यटकों की उमड़ी भीड़, बर्फबारी के नजारों के बीच घुड़सवारी का उठा रहे लुत्फ