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युगांडा से वापस लौटे विधानसभा अध्यक्ष बिंदल, बोले- CPA में मजबूती से रखा भारत का पक्ष

युगांडा में कॉमनवेल्थ पार्लियामेंटरी कॉन्फ्रेंस (सीपीए) में हिस्सा लेकर हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल वापस हिमाचल लौट आए हैं.

Bindal returned from Uganda CPA
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Published : Oct 2, 2019, 6:08 PM IST

नाहन: अफ्रीका के युगांडा में कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री कॉन्फ्रेंस (सीपीए) में हिस्सा लेकर हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल वापस हिमाचल लौट आए हैं. नाहन में अपने निवास स्थान पर बुधवार को मीडिया से अनौपचारिक बातचीत करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री कॉन्फ्रेंस के अनुभवों को सांझा किया.

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. बिंदल ने बताया कि भारत समेत 118 देशों के प्रतिनिधियों ने कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन युगांडा की 6 दिवसीय कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया. इस दौरान कई मुद्दों को लेकर चर्चा की गई, जिसमें साइंस एंड टेक्नोलॉजी का लोकतंत्र, पार्लियामेंट्री की मजबूती में योगदान, दिव्यांगों की लोकतंत्र में भागीदारी सुनिश्चित करना, महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ महिलाओं की लोकतंत्र में भागीदारी जैसे 12 मुद्दे शामिल थे.

डॉ. राजीव बिंदल, अध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश विधानसभा

डॉ. बिंदल ने बताया कि 12 मुद्दों को लेकर कॉन्फ्रेंस के दौरान लगभग 17 सत्र अलग-अलग तरह के कार्यक्रम आयोजित हुए. इसमें कई देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. कॉन्फ्रेंस को लेकर बिंदल ने कहा कि यह उनके लिए एक बेहद ही अलग अनुभव था, जब 118 देशों के विधानसभा अध्यक्ष और प्रतिनिधियों के साथ बैठकर कॉन्फ्रेंस में भाग लेने का सुअवसर मिला.

इस दौरान विभिन्न विषयों पर अपनी बात को रखा और लोगों की बात को सुना. डॉ. बिंदल ने कहा कि यह उनका सौभाग्य रहा कि वे भारत की भूमिका को बहुत सटीक तरीके से कॉन्फ्रेंस में रख सकें.

ये भी पढ़ें: महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को कांग्रेस ने किया याद, बापू के मार्ग पर चलने का लिया संकल्प

नाहन: अफ्रीका के युगांडा में कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री कॉन्फ्रेंस (सीपीए) में हिस्सा लेकर हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल वापस हिमाचल लौट आए हैं. नाहन में अपने निवास स्थान पर बुधवार को मीडिया से अनौपचारिक बातचीत करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री कॉन्फ्रेंस के अनुभवों को सांझा किया.

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. बिंदल ने बताया कि भारत समेत 118 देशों के प्रतिनिधियों ने कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन युगांडा की 6 दिवसीय कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया. इस दौरान कई मुद्दों को लेकर चर्चा की गई, जिसमें साइंस एंड टेक्नोलॉजी का लोकतंत्र, पार्लियामेंट्री की मजबूती में योगदान, दिव्यांगों की लोकतंत्र में भागीदारी सुनिश्चित करना, महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ महिलाओं की लोकतंत्र में भागीदारी जैसे 12 मुद्दे शामिल थे.

डॉ. राजीव बिंदल, अध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश विधानसभा

डॉ. बिंदल ने बताया कि 12 मुद्दों को लेकर कॉन्फ्रेंस के दौरान लगभग 17 सत्र अलग-अलग तरह के कार्यक्रम आयोजित हुए. इसमें कई देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. कॉन्फ्रेंस को लेकर बिंदल ने कहा कि यह उनके लिए एक बेहद ही अलग अनुभव था, जब 118 देशों के विधानसभा अध्यक्ष और प्रतिनिधियों के साथ बैठकर कॉन्फ्रेंस में भाग लेने का सुअवसर मिला.

इस दौरान विभिन्न विषयों पर अपनी बात को रखा और लोगों की बात को सुना. डॉ. बिंदल ने कहा कि यह उनका सौभाग्य रहा कि वे भारत की भूमिका को बहुत सटीक तरीके से कॉन्फ्रेंस में रख सकें.

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Intro:- 17 सत्रों में 12 मुद्दों पर 108 देशों के प्रतिनिधियों ने लिया हिस्सा
नाहन। अफ्रीका के युगांडा में हाल ही में संपन्न हुई कॉमनवेल्थ पार्लियामेंटरी कॉन्फ्रेंस (सीपीए) में हिस्सा लेकर हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल वापस हिमाचल लौट आए हैं। नाहन में अपने निवास स्थान पर आज मीडिया से अनौपचारिक बातचीत करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कॉमनवेल्थ पार्लियामेंटरी कॉन्फ्रेंस के अनुभवों को सांझा किया।


Body:विधानसभा अध्यक्ष डॉ बिंदल ने बताया कि भारत समेत 118 देशों के प्रतिनिधियों ने कॉमनवेल्थ पार्लियामेंटरी एसोसिएशन युगांडा की 6 दिवसीय कांफ्रेंस में हिस्सा लिया। इस दौरान अनेकों अनेक मुद्दों को लेकर पड़ी स्टीक चर्चा की गई, जिसमें साइंस एंड टेक्नोलॉजी का लोकतंत्र व पार्लियामेंटरी की मजबूती में योगदान, दिव्यांगों की लोकतंत्र में भागीदारी सुनिश्चित करना, युवाओं को रोजगार की दिशा में आगे बढ़ाना, लोकतंत्र में युवाओं की भूमिका सुनिश्चित करना, पार्लियामेंटरी डेमोक्रेसी को और अधिक मजबूत करना, महिलाओं के सशक्तिकरण के साथ-साथ महिलाओं की लोकतंत्र में भागीदारी जैसे 12 मुद्दे शामिल थे। डॉ बिंदल ने बताया कि 12 मुद्दों को लेकर कांफ्रेंस के दौरान लगभग 17 सत्र अलग-अलग प्रकार के आयोजित हुए, जिसमें विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ बिंदल ने इस कॉन्फ्रेंस को लेकर कहा कि यह उनके लिए एक बेहद ही अलग प्रकार का अनुभव था, जब 118 देशों के विधानसभा अध्यक्ष और प्रतिनिधियों के साथ बैठकर कांफ्रेंस में भाग लेने का सुअवसर मिला। इस दौरान विभिन्न विषयों पर अपनी बात को रखा और लोगों की बात को सुना। डॉ बिंदल ने कहा कि यह उनका सौभाग्य रहा कि भारत की भूमिका को बहुत सटीक तरीके से कांफ्रेंस में रख सके।
बाइट डॉ राजीव बिंदल विधानसभा अध्यक्ष हिप्र


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