नाहन: कोरोना की दूसरी लहर में गिरावट के बाद एक ओर जहां प्रदेश लगभग पूरी तरह से अनलाॅक हो चुका है, तो वहीं, जिम के दरवाजे अब भी बंद होने की वजह से जिम संचालकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हालात यह हो गए हैं कि जिम संचालकों को जहां परिवारों का पालन पोषण करना मुश्किल हो गया है, तो वहीं लाखों रुपए का ऋण कैसे चुकाएं, इसकी भी चिंता सता रही है. लिहाजा जिम संचालकों ने प्रदेश सरकार से तुरंत प्रभाव से जिम खोलने की अनुमति देने की गुहार लगाई है, ताकि उन्हें पेश आने वाली परेशानियों से जल्द से जल्द निजात मिल सके.
जिम संचालकों की सरकार से जिम खोलने की मांग
नाहन के जिम संचालक मनीष सेठी ने कहा कि वैश्विक महामारी की वजह से काफी समय से जिम बंद पड़े हैं. बाजार, शराब के ठेके सहित लगभग हर तरह के व्यवसाय को खोल दिया गया है, तो इस बीच जिम क्यों बंद रखे गए हैं. जिम में आने से व्यक्ति का इम्युनिटी सिस्टम भी बढ़ता है. जिम को शुरू करने के लिए लाखों रुपए के ऋण लिए हुए हैं. किराया के साथ-साथ बिजली और पानी के बिल हैं. ट्रेनर्स और सफाई कर्मचारियों का वेतन देना है. अब इनका भी खर्चा कहां से निकालें. किराया कैसे दें और बैंकों की किस्तें कैसे दें. इन सब बातों को लेकर जिम संचालकों की परेशानी लगाताप बढ़ती जा रही है.
जल्द समस्या का समाधान नहीं होने पर सड़कों पर उतरने की चेतावनी
जिम संचालकों का यह भी कहना है कि जिम लगातार बंद रहने से संचालकों पर दबाव बढ़ता जा रहा है. लिहाजा जल्द से जल्द जिम संचालकों को भी राहत दी जाए. मनीष सेठी ने कहा कि शरीर बनाने में काफी वक्त लगता है. ऐसे में जिम बंद होने से युवाओं पर भी असर पड़ रहा है. उन्होंने यह भी स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि सरकार जल्द फैसला नहीं लेती तो मजबूरन जिम संचालकों को सड़कों पर उतरकर अपनी आवाज बुलंद करनी होगी. कुल मिलाकर पिछले काफी समय से जिम बंद होने से संचालकों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और वह सरकार से जल्द से जल्द जिम खोलने की मांग कर रहे हैं.
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