नाहन: राजगढ़ शहर में इन दिनों स्वच्छता पर ग्रहण लग गया है. शहर के करीब डेढ़ दर्जन जगहों पर रखे डस्टबिन में कूड़े-कचरे के ढेर नगर पंचायत के गले की फांस बने हुए हैं. नगर पंचायत के पास कचरा प्रबंधन के लिए कोई डंपिंग साइट नहीं है.
उल्लेखनीय है कि नगर पंचायत शहर का सारा कचरा हर रोज गाड़ी में इकट्ठा कर सलोगड़ा कचरा प्रबंधन संयंत्र ले जाती थी, लेकिन नगर परिषद सोलन ने राजगढ़ शहर का कचरा ले जाने से मना कर दिया, जिस कारण राजगढ़ में कूड़ा शहर के डस्टबिनों और उनके आसपास पड़ा हुआ है.
व्यापार मण्डल के प्रधान अरविंद ठाकुर ने बताया कि स्थानीय नगर पंचायत शहर की सफाई करवाने में असमर्थ है. शहर में फैली गंदगी बीमारियों को न्यौता दे रही है. गंदगी से स्थानीय लोग और व्यापारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
गौरतलब है कि इन दिनों पूरे प्रदेश में पॉलीथीन कचरा उन्मूलन काम प्रगति पर है, जिसके प्रभावी ढंग से कार्यान्वयन के लिए 11 सिंतबर से 27 अक्टूबर तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है. वहीं, राजगढ़ शहर में कूड़े की समस्या ने विकराल रूप ले लिया है.
नगर पंचायत के सचिव और तहसीलदार राजगढ़ विवेक नेगी ने कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए जल्द ही नगर पंचायत कार्रवाई करेगी. नगर पंचायत राजगढ़ के पास डंपिंग साइट देख रही है जल्द ही डंपिंग साइट का चयन कर लिया जाएगा.
नगर पंचायत के अध्यक्ष सतीश कुमार का कहना है कि डंपिंग साईट के नगर पंचायत द्वारा जमीन तलाशने का कार्य जोरों पर है ताकि इस समस्या का स्थाई समाधान किया जा सके. उन्होंने बताया कि नगर पंचायत की आपात बैठक बुलाई गई है. शहर में फैली गंदगी के निदान के लिए दीर्घकालीन योजना तैयार की जाएगी ताकि राजगढ़ शहर को स्वच्छता का मॉडल बनाया जा सके.