पांवटा साहिब: दुनिया भर में कोरोना विश्व महामारी का कहर चल रहा है. वही, ईद-उल-फित्र का त्योहार मुस्लिम समजा ने बनाया, लेकिन पहले जैसी बात नहीं रही. सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए ईद का त्योहार मनाया गया. वहीं, नए कपड़ों में लोग कम ही दिखाई दिए. इस बार पुराने कपड़ों में ही त्योहार शांति पूर्वक घरों में मनाया गया गया. मुस्लिम परिवारों ने अपने परिवार के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा. भगवानपुर गांव में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईद का त्योहार मनाकर एक दूसके को शुभकामनाएं दी.
घर पर बना त्योहार
जानकारी के मुताबिक सिरमौर जिले के सबसे ज्यादा मुस्लिम परिवार पांवटा साहिब में बसे हुए हैं . हर वर्ष ईद का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता रहा. 20 किलोमीटर दूर भगवानपुर गांव के निवासी आरिफ ने बताया कि सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए इस कोरोना महामारी से अपने गांव और अपने परिवार को बचाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा गया. अपने परिवार के सभी सदस्यों के साथ मिलकर त्योहार मनाया .
मोबाइल पर शुभकामनाएं दे रहे लोग
माशूक अली ने बताया कि ईद के त्योहार के दौरान 3 दिन की छुट्टी कर अक्सर घूमने और रिश्तेदारों से मिलने जाते थे, लेकिन इस साल कोरोना संकट के चलते ऐसा नहीं हो सका. परिवार में करीबी सदस्यों के साथ ऐसे ही घरों में ईद मनाई गई. पंचायत के सबसे बुद्धिजिवी युवा ने बताया कि पूरी पंचायत के लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष पालन किया. मस्जिद में ना जाकर अपने घरों में ही नमाज अदा की. फोन के माध्यम से ही एक-दूसरे को ईद की बधाइयां देकर त्योहार को मनाया.
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