शिलाई: जहां पर देश भर में भारत सरकार द्वारा आवास योजना के तहत गरीब परिवारों को मकान दिए जा रहे हैं वहीं, पर शिलाई विकासखंड की जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है.
हम बात कर रहे हैं जिला सिरमौर के शिलाई क्षेत्र के दुर्गम इलाके के लोजा मानल पंचायत की. यहां पर रह रहा एक गरीब बुजुर्ग व्यक्ति जो कि कुष्ठ रोग से पीड़ित है. व्यक्ति का मकान कागजों तक ही सीमित रह गया है. इस व्यक्ति के मकान की हालत इतनी खराब है किसी भी दौरान यह मकान गिर सकता है.
ग्रामीणों का कहना है कि सरकार द्वारा इस व्यक्ति को इंदिरा आवास योजना के तहत मकान मिला था पर यह मकान कागजों तक ही सीमित रह गया है. यह व्यक्ति गरीब होने के साथ-साथ कुष्ठ रोग से भी पीड़ित है ना तो कोई रोजगार और ना ही कोई खाने पीने की सुविधा है.
ग्रामीणों का कहना है कि लगभग 2-3 साल से इस गरीब व्यक्ति का खानपान गांव के कुछ व्यक्ति कर रहे हैं यही-नहीं ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाए हैं कि पैसे आने के बाद भी एक पैसे का भी काम नहीं हुआ. खुलिया राम के जहन में दर्द इतना है कि शब्दों में बयां नहीं हो सकता.
एक तो गरीबी की मार और उसके ऊपर भुखमरी की मार यदि कोई खाना बना कर देता है तो खा लेता हूं नहीं तो कई बार भूखे ही सोना पड़ता है. यह कहना है खुलीया राम का. उन्होंने बताया कि मुझे कोई सुविधा नहीं दी गई है. मकान की हालत बहुत ही खराब है बारिश के दौरान तो हर रात बैठकर गुजारनी पड़ती है, क्योंकि सारा का सारा पानी घर के अंदर आ जाता है.
गांव की महिला ने बताया कि यह व्यक्ति बहुत ही गरीब है और मकान की हालत भी खराब है और सरकार को इस व्यक्ति को मकान की सुविधा देनी चाहिए. गांव के सदस्य ने बताया इस व्यक्ति को इंदिरा आवास योजना के तहत मकान मिला था पर ना तो उन पैसों का अभी तक पता चल पाया है और ना ही कोई पैसा मकान के कार्य में लगाया गया है.
विकास खंड अधिकारी से बात की गई तो विकास खंड अधिकारी ने बताया कि इस व्यक्ति के नाम कोई भी मकान सेक्शन नहीं हुआ था और जो इसका भाई था मादुराम उस व्यक्ति के नाम सेक्शन हुआ था.