नाहन: सिरमौर जिला में अब कोरोना संक्रमित व्यक्ति कोविड केयर सेंटर्स की बजाय घरों में ही आइसोलेट होकर अपना उपचार करवा सकते हैं. कोविड-19 के तहत होम आइसोलेशन के लिए बनाए गए नियमों का संबंधित व्यक्ति को पालन करना होगा. संक्रमण का खतरा अधिक होने वाले व्यक्ति को उपचार के लिए कोविड केयर सेंटर्स में भेजा जाएगा. वर्तमान में सिरमौर में 25 के करीब संक्रमित लोगों का होम आइसोलेशन में ही उपचार चल रहा है.
डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने कहा कि अब जो कोरोना पाॅजीटिव के मामले सामने आ रहे हैं, उन्हें कोविड केयर सेंटर्स की बजाय होम आइसोलेशन में रखा जाएगा. इसके मद्देनजर जिन लोगों के पास अपने घरों में अलग से आइसोलेट होने की सुविधा है. वह घर में रहकर उपचार करवा सकते हैं. सरकार के प्रोटोकाॅल के मुताबिक होम आइसोलेशन के तहत बनाए गए नियमों के तहत ही लोगों को होम आइसोलेशन में रखा जाएगा.
डीसी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने होम आइसोलेट होकर कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए भी प्रयास किया है. उन्होंने बताया कि जिला में 25 के करीब संक्रमित लोग होम आइसोलेशन में है, जिनके घरों के बाहर बाकायदा बोर्ड लगाया गया है. साथ ही वहां 65 साल से अधिक उम्र का व्यक्ति नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि घर में आइसोलेट होने वाले व्यक्ति में कोई भी कोरमेडेटी के लक्षण नहीं होने चाहिए.
डीसी ने कहा कि प्रोटोकाॅल के तहत संबंधित लोगों के घरों में मेडिकल टीम रोजाना विजीट करेगी. यदि कोई एसिम्टोमैटिक सिम्टामेटिक हो जाए, तो उसे कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट किया जा सके. लिहाजा लोग अब होम आइसोलेशन में रहे और अपना उपचार करें. साथ ही अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए काढ़े का इस्तेमाल करें और फल-सब्जियों का सेवन करें.
बता दें कि उत्तराखंड व हरियाणा राज्यों की सीमाओं से सटे सिरमौर जिला में भी कोरोना का ग्राफ पिछले 2 महीनों में काफी अधिक बढ़ा है, जिसके मद्देनजर प्रशासन की ओर से कई कोविड केयर सेंटर्स खोले गए हैं. कोविड-19 के तहत यदि कोई संक्रमित व्यक्ति नियम फाॅलो करता है, तो वह होम आइसोलेट होकर भी अपना ईलाज करवा सकता है.