पांवटा साहिब: हिमाचल निर्माता और प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत परमार की 114वीं जयंती के मौके पर मंगलवार को सिरमौर के नाहन विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले धौलाकुआं में आईआईएम की आधारशिला रखी गई.
इस मौके पर आईआईएम सिरमौर की डायरेक्टर नीलू रोहमित्रा ने बताया कि सिरमौर में आईआईएम संस्थान बनने से हिमाचल प्रदेश में कई चीजों में सुधार होगा. हिमाचल प्रदेश में पहला आईआईएम बनने से इकोसिस्टम डेवलप होगा. उन्होंने कहा की आईआईएम की शैली पहाड़ी इलाकों के अनुरूप बनाई जा रही है.
पूरे गांव में यह कैंपस एक अलग रूप से दिखाई देगा, जिससे सिरमौर में पर्यटन गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र के लोगों को रोजगार के नए अवसर प्रदान होंगे. वहीं, इस बारे में शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के लिए आज बहुत गर्व का दिन है. उन्होंने कहा कि यह दिन कई शताब्दियों में एक बार आता है और इतिहास में इस दिन को याद रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि हिमाचल की प्रकृति और संस्कृति हमारी विरासत है और यहां शिक्षा ग्रहण करना बहुत ही सौभाग्य की बात होगी. यहां पर शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र नामी कंपनियों में नौकरी करके हिमाचल व सिरमौर का नाम रोशन करेंगे.
वहीं, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि यह भवन पहाड़ी संस्कृति, कल्चर, शैली और रिवाजों को विकसित करने के लिए पहाड़ी शैली से बनाया जा रहा है. इससे पर्यटन केंद्र को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि यहां न्यू आइडिया के साथ हिमाचल टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, जिससे सिरमौर ही नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश का भी विकास होगा. आने वाले समय में आईआईएम से लोगों को बहुत फायदा मिलेगा
ये भी पढ़ें: सिरमौर IIM के शिलान्यास से जुड़ी कुछ तस्वीरें, देखिए यहां