नाहन: सोमवार को देश में पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी को लेकर सिरमौर जिला कांग्रेस कमेटी ने डीसी कार्यालय परिसर में धरना दिया. करीब 1 घंटे तक डीसी कार्यालय परिसर में कांग्रेसी नेता धरने पर बैठे रहे. इस दौरान डीसी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा. इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर ने आरोप लगाया की पिछले 6 साल में मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण करीब 18 लाख करोड़ रुपये पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी के माध्यम से वसूल किया गया. उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया समेत भारत कोरोना महामारी के चलते दुख झेल रहा है. उस पर लगातार पेट्रोल -डीजल के दामों में बढ़ोतरी की जा रही.
आंदोलन किया जाएगा
पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी को लेकर लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर ने मांग करते हुए कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमत 5 मार्च 2020 को थी. वहां तक पेट्रोल-डीजल की कीमतों को वापस लाया जाए.यदि सरकार ने दामों में की गई बढ़ोतरी को वापस नहीं लिया तो आंदोलन को तेज किया जाएगा.
धर्मशाला और बिलासपुर में भी विरोध
कोरोना वायरस से जहां लोग परेशान हैं. वहीं,पेट्रोल- डीजल के बढ़ते दामों को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कांगेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापित को राज्यपाल और मुख्यमंत्री को नाम का ज्ञापन सौंपा. वहीं, बिलासपुर में जिला कांग्रेस कमेटी ने उपायुक्त कार्यालय बिलासपुर परिसर में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपना रोष जताया. जिला कांग्रेस अध्यक्ष अंजना धीमान की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में जिला के कई पूर्व विधायक भी मौजूद रहे.
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