नाहन: नए कृषि कानूनों के विरोध में सोमवार को सिरमौर जिला में भी जोरदार प्रदर्शन किया गया. जिला मुख्यालय नाहन सहित पांवटा साहिब और नौहराधार में केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की गई.
दरअसल सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में भी कृषि कानून के विरोध में किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए सीटू के बैनर तले हिमाचल किसान सभा और अन्य संगठनों ने बस स्टैंड से लेकर डीसी कार्यालय तक रैली निकाली गई. इस दौरान डीसी सिरमौर के माध्यम से राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भी भेजा गया. प्रदर्शनकारियों ने तुरंत कृषि कानून को वापस लेने की मांग की. साथ ही उनकी मांगे पूरी न होने की सूरत में उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी.
राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
सीटू के प्रदेश महासचिव राजेंद्र ठाकुर ने बताया कि केंद्र सरकार ने जो कृषि कानून में संशोधन की बात किसानों के सामने रखी है, उसमें भी किसी प्रकार से किसानों के हक की बात नहीं है. उनका आरोप है कि संशोधन प्रस्ताव में भी पूंजीपतियों के हकों की बात रखी गई है. इसी बात को लेकर दिल्ली में आज भी प्रदर्शन जारी है और जिला सिरमौर में भी हिमाचल किसान सभा ने रोष प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा.
कृषि कानून वापस ले सरकार
राजेंद्र ठाकुर ने आरोप है कि इतनी कड़कड़ाती ठंड के बीच किसान दिल्ली में भूख हड़ताल पर बैठे हैं और केंद्र सरकार किसानों के प्रति बिल्कुल भी संवेदनशील नहीं है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि केंद्र सरकार इस कृषि कानून को वापस नहीं लेती है, तो प्रदर्शन जारी रहेंगे और आने वाले समय में कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली में धरने पर बैठे किसानों के सहयोग के लिए जिला सिरमौर में सैकड़ों की संख्या में किसान दिल्ली पहुंचेंगे. कुल मिलाकर कृषि कानूनों के विरोध में देश सहित प्रदेश भर में किसानों के समर्थन में विभिन्न संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं और कृषि कानूनों को तुरंत वापस लेने की मांग पर अड़े हैं.
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