सिरमौर: जिला सिरमौर की एकमात्र नगर पंचायत राजगढ़ में भाजपा को बड़ा झटका लगा है. पिछले करीब 5 महीने से चली राजनीतिक उठापठक के अंत के बाद मंगलवार को राजगढ़ नगर पंचायत को नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष मिल गए. राजगढ़ नगर पंचायत के लिए कांग्रेस समर्थित ज्योति साहनी को अध्यक्ष और कपिल ठाकुर को उपाध्यक्ष चुना गया. दरअसल इस पूरे राजनीतिक परिदृश्य में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान की भूमिका अहम रही. साथ ही श्री रेणुकाजी के विधायक विनय कुमार भी लगातार यही डटे रहे.
बता दें कि कि कुछ माह पूर्व नगर पंचायत की अध्यक्ष रही भाजपा समर्थित पार्षद रूबी कक्कड़ ने पद से त्याग पत्र देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया था, जबकि उपाध्यक्ष दिनेश ठाकुर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कर उन्हें पद से हटा दिया गया. साथ ही वार्ड नंबर 6 में हुए चुनाव में कांग्रेस समर्थित रणजीत सिंह के चुनाव जीतने के बाद नया अध्यक्ष व उपाध्यक्ष बनना तय था, लेकिन स्थानीय विधायक रीना कष्यप के मतदान के अधिकार से कांग्रेस की राहे आसान नहीं थी.
तीन कांग्रेस सदस्यों सहित एक निर्दलीय सदस्य के कारण संख्या बल कांग्रेस के पक्ष में था, लेकिन भाजपा के दो सदस्यों सहित विधायक व एक सदस्य जी.आर. मुसाफिर समर्थित की चौकड़ी कांग्रेस पार्टी के गले की फांस बन गई थी, जिसको लेकर पहले श्री रेणुका जी के विधायक विनय कुमार ने मोर्चा संभाला और मुसाफिर समर्थित सुमन चौहान को अपने पाले में लाने के प्रयास शुरू किए, जिसमे उन्हें सफलता मिलती नजर नहीं आई. वहीं अंतिम तीन दिनों में प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने राजगढ़ में डेरा डाल भाजपा का खेल बिगाड़ दिया.
मंत्री और विधायक दोनों ने अंतिम क्षणों में पार्टी के नाते सुमन चौहान को अपने पक्ष में कर कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष व उपाध्यक्ष बनाने की राहे आसन कर ली. हालांकि भाजपा की और से सांसद सुरेश कश्यप व विधायक रीना कश्यप ने भी अंतिम क्षणों तक हार नहीं मानी और अपने पार्टी के प्रत्याशियों के साथ डटे रहे. विधायक रीना कश्यप ने अपने मत का प्रयोग कर भाजपा सदस्यों के नामांकन में केवल वोट डाला, बल्कि अध्यक्ष पद की दावेदार सुनीता और उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी के साथ पूरी कार्रवाई के दौरान नगर पंचायत के बैठक कक्ष में डटी रही, जबकि चुनाव नतीजों में कांग्रेस की ज्योति साहनी एवं कपिल ठाकुर को 5 -5 मत मिले और भाजपा उम्मीदवारों को 3-3 मत प्राप्त हुए. बता दें कि सुमन चौहान का परिवार ठेठ कांग्रेसी है. उनके पति भी पूर्व में नगर पंचायत के सदस्य रहे हैं. सास बीडीसी सदस्य, चाची सास जिला परिषद सिरमौर की उपाध्यक्ष रही हैं.
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