शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस बार गणतंत्र दिवस 359 बंदियों के परिवारों के लिए खुशहाली लेकर आएगा. सुखविंदर सरकार ने 359 कैदियों को कल यानी 26 जनवरी पर रिहा करने का फैसला किया है. 26 जनवरी 2023 को गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रदेश के विभिन्न कारागारों में सजा काट रहे बंदियों को उनके अच्छे आचरण एवं व्यवहार को देखते हुए विशेष मुआफी की घोषणा की गई, जिसके तहत विशेष मुआफी 7 दिन से लेकर 45 दिन तक दी गई है.
नाहन से होंगे सबसे ज्यादा बंदी रिहा: सरकार द्वारा दी गई मुआफी से राज्य के विभिन्न कारागारों के 359 बंदियों को इसका लाभ मिलेगा, जिसमें 3 बंदी सजा पूरी होने के बाद 26 जनवरी को तत्काल रिहा हो जाएंगे. शिमला के कंडा कारावास के 97 व कैथू जेल के 15, नाहन के 108, धर्मशाला के 65, चंबा के 17, बिलासपुर के 18, मंडी के 10, सोलन के 04, ऊना के 11, हमीरपुर के 05, कल्पा के 03, नालागढ़ कारावास के 06 बंदियों को रिहा किया जाएगा.
अमृत महोत्सव के तहत रिहाई: इसके अतिरिक्त भारत सरकार ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत कार्यक्रमों की श्रृंखला में बंदियों की कुछ श्रेणियों को विशेष माफी देने और उन्हें 26 जनवरी 2023 और 15 अगस्त, 2023 को रिहा करने का प्रस्ताव है. सजा माफी की योजना का उद्देश्य बंदियों में कारावास के दौरान अनुशासन और सदाचरण सुनिश्चित करना व प्रोत्साहन के रूप में जल्दी रिहाई की संभावना का अवसर प्रदान करना है. इसके पहले 15 अगस्त 2022 को भी कैदियों को रिहा किया गया था.
जुर्माना राशि नहीं, लेकिन होगी रिहाई: इस संदर्भ में भारत सरकार के जारी दिशा-निर्देशों में जिन पात्र बंदियों ने अपनी 66 प्रतिशत सजा पूर्ण कर ली है, उसमें से 4 बंदियों को रिहा किया जाएगा. 1 बंदी जिसने अपनी कारावास की सजा पूर्ण कर ली है, लेकिन वह अपनी जुर्माना राशि देने में असमर्थ है, उस बंदी को भी रिहा किया जाएगा. इस माफी से प्रदेश की विभिन्न कारागारों से कुल 5 बंदियों को रिहा किया जाएगा.