शिमला: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इन दिनों दिल्ली दौरे पर हैं. बुधवार को सीएम सुक्खू ने कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी समेत राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और हिमाचल में कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला से मुलाकात की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार के दो साल पूरा होने के उपलक्ष्य में बिलासपुर में आयोजित होने वाले समारोह में आने का न्योता दिया. इसके अलावा सीएम सुक्खू ने शीर्ष नेतृत्व को प्रदेश सरकार की दो साल की उपलब्धियों की जानकारी दी. इस दौरान दिल्ली में सीएम सुक्खू नवनिर्वाचित सांसद प्रियंका गांधी से भी मिले और वायनाड लोकसभा उपचुनाव में मिली जीत पर प्रियंका गांधी को बधाई दी.
मंत्री पद भरने पर चर्चा
हिमाचल प्रदेश में एक मंत्री पद भरा जाना है. जिसे लेकर पूर्व सीपीएस समेत कई विधायक कतार में हैं. 11 दिसंबर को सुक्खू सरकार का दो साल का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है. इसके बाद प्रदेश सरकार के पास तीन साल कार्यकाल का समय बचेगा. ऐसे में मंत्री पद भरे जाने को लेकर सीएम सुक्खू पर भी दबाव है, ताकि समय रहते खाली पड़े मंत्री पद को भरा जा सके. ऐसे में मुख्यमंत्री ने दिल्ली में शीर्ष नेताओं से मंत्री पद भरने समेत निगमों और बोर्डों में तैनाती किए जाने को लेकर भी चर्चा की. इस दौरान प्रदेश में कांग्रेस के नए संगठन के गठन को लेकर भी चर्चा की गई.
सुक्खू मंत्रिमंडल में कितने मंत्री?
बता दें हिमाचल प्रदेश में मौजूदा समय में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री समेत मंत्रिमंडल में कुल 11 सदस्य हैं. इनमें कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार, स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी व आयुष मंत्री यादविंद्र गोमा शामिल हैं.
वायनाड में मिली ऐतिहासिक जीत पर कांग्रेस महासचिव श्रीमती @priyankagandhi जी से मिलकर उन्हें शुभकामनाएं दीं।
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) November 27, 2024
उनकी इस शानदार जीत से पूरा हिमाचल परिवार खुश है। pic.twitter.com/y4oKosnwjU
मंत्री बनने की रेस में ये नाम
हिमाचल प्रदेश में सुक्खू सरकार में एक मंत्री पद भरा जाना है. जिसको लेकर सरकार के कई लोग रेस में है, क्योंकि हाल ही में हाईकोर्ट के फैसले के बाद 6 सीपीएस को भी उनके पदों से हटा दिया है. मंत्री बनने की कतार में कई विधायक भी खड़े हैं. ऐसे में कांग्रेस में इस समय 1 अनार 100 बीमार वाली स्थिति बनी हुई है.
- कांगड़ा जिले के ज्वालामुखी से कांग्रेस विधायक संजय रतन इस रेस में दिख रहे हैं. वे पहले भी दावेदार थे, लेकिन अखिल भारतीय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कि एससी वर्ग से कैबिनेट में प्रतिनिधित्व देने की छह से उनकी जगह कांगड़ा जिले से यादविंद्र गोमा को मंत्रिमंडल में मौका दिया गया. ऐसे में संजय रतन की पहुंच से मंत्री की कुर्सी दूर हो गई थी. अब सरकार के दो साल पूरा होने के अवसर पर फिर से मंत्री पद को भरे जाने की अटकलें तेज हैं. ऐसे में कांगड़ा जिले से संजय रतन फिर से कतार में हैं.
- इसके अलावा सुक्खू सरकार में 6 पूर्व सीपीएस भी किसी न किसी रूप में सीएम के करीबी माने जाते हैं. ऐसे में कांग्रेस विधायक एवं पूर्व सीपीएस सुंदर ठाकुर का नाम भी मंत्री पद की रेस में है.
- इसी तरह से मंत्रीपद की रेस में पूर्व सीपीएस संजय अवस्थी का नाम भी लिया जा रहा है. संजय अवस्थी की गिनती भी सीएम के करीबियों में की जाती है.
- मंत्री पद के लिए विधायकों की बार करें तो मंडी जिले से कांग्रेस के एकमात्र एमएलए चंद्रशेखर ठाकुर भी रेस में दिख रहे हैं. प्रदेश में साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिले से चंद्रशेखर एकमात्र कांग्रेस के उम्मीदवार अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे थे. बाकी की 9 सीटों पर कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा था. इस लिहाज से चंद्रशेखर की दावेदारी भी मंत्री पद के लिए मजबूत नजर आ रही है. यदि संसदीय क्षेत्र के हिसाब से देखें तो चंद्रशेखर का निर्वाचन क्षेत्र हमीरपुर में आता है.
- वहीं, इस समय कांग्रेस में दो महिला विधायक हैं. दोनों पहली बार चुनाव जीती हैं. इसमें सीएम सुक्खू की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर के अलावा दूसरा नाम अनुराधा राणा का है. अगर महिला कोटे को प्रेफरेंस मिली तो इन दोनों में से फैसला करना होगा, लेकिन फर्स्ट टाइम एमएलए को मंत्री पद देने से भी सरकार द्वारा परहेज ही किया जा सकता है.