शिमला: देश में बलात्कार जैसी हैवानियत की घटनाएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रहीं हैं. इसी बीच शिमला में वाईडब्ल्यूसीए और सिस्को संस्था के बैनर तले देश में बढ़ रही रेप की घटनाओं के खिलाफ कैंडल मार्च निकाला गया और दो मिनट का मौन भी रखा गया.
सिस्को संस्था के अध्यक्ष महेश ठाकुर ने मांग की है कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पीड़िता के परिवार को सुरक्षा मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस तरह से देश में लगातार हैवानियत के मामलों में वृद्धि हो रही है उससे आज बेटियां असुरक्षित महसूस कर रही हैं.
ऐसे में सरकार को बेटियों की सुरक्षा को देखते हुए ऐसी घटनाओं पर कठोर कार्रवाई करनी अति आवश्यक है और साथ ही अगर कोई प्रशासन के स्तर पर भी ऐसे मामलों को दबाने की कोशिश करें तो उनके खिलाफ भी सख्त एक्शन होना जरूरी है.
वहीं, वाईडब्ल्यूसीए की महासचिव रोहिनी सिंह ने कहा कि महिलाओं पर बढ़ते अपराध को रोकने के लिए हम्हें एकजुट होकर अपनी आवाज उठाकर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी पड़ेगी. जिससे ऐसी घटनाओं को जड़ से खत्म किया जा सके. उन्होंने कहा कि आज हम उस दौर से बहुत आगे बढ़ चुके हैं.
उन्होंने कहा कि इंटरनेट क्रांति और स्मार्टफोन की सर्व सुलभता ने पोर्न या वीभत्स यौन-चित्रण को सबके पास आसानी से पहुंचा दिया है. कल तक इसका उपभोक्ता केवल समाज का उच्च मध्य-वर्ग या मध्य-वर्ग ही हो सकता था, लेकिन आज यह समाज के हर वर्ग के लिए सुलभ हो चुका है. सबके हाथ में है और लगभग फ्री है.
इस परिघटना पर विचार करना किसी खास वर्ग या क्षेत्र के लोगों के बजाय हम सबकी आदिम प्रवृत्तियों को समझने का प्रयास है. तकनीकें और माध्यम बदलते रहते हैं, लेकिन हमारी प्रवृत्तियां कायम रहती हैं या स्वयं को नए माध्यमों के अनुरूप ढाल लेती हैं.
उन्होंने कहा कि इस तरह मानसिकता वाले पुरुषों को शिक्षित करना आवश्यक है ताकि उन्हें सही और गलत का अंतर समझ आ सके. उन्होंने सरकार से निष्पक्ष कार्रवाई तथा तीव्र और उचित न्याय की मांग की. इस मौके पर वाईडब्ल्यूसीए शिमला के महासचिव रोहिनी सिंह, अध्यक्ष सोनम, सदस्य लोविसा, शेफाली सुविधा देवी, सुवीता कौशल, सिस्को संस्था के अध्यक्ष महेश ठाकुर, प्रेम सिंह,जोगिंदर चौहान,राजेन्द्र सिंह, सोनू सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे.