शिमला: कोरोना काल में कृषि मंत्री के स्पीति में जाने से रोके जाने के मामले में महिलाओं के खिलाफ बनाए गए मामलों के खिलाफ युवा कांग्रेस ने शिमला में प्रदर्शन किया और सरकार से महिलाओं पर बनाए गए मामलों को वापिस लेने की मांग की. युवा कांग्रेस ने कांग्रेस कार्यालय से कार्ट रोड पर रैली निकाली और कृषि मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. युवा कांग्रेस ने सात दिन के भीतर मामले वापिस न लेने पर राजभवन के बाहर अनशन पर बैठने के साथ ही प्रदेश भर में उग्र आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी.
युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मनीष ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में बीजेपी सरकार में आम लोगों के लिए अलग कानून है और मंत्रियों और वीआईपी के लिए अलग है. लाहौल स्पीति में कोरोना न फैले इसको लेकर ही महिलाओं ने मंत्री को रोका था. इसमें कोई गलती नहीं थी, लेकिन मंत्री ने महिलाओं के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं और महिलाओं को अब रोज थाने बुलाकर प्रताड़ित किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि ये सरकार तानाशाही पर उतर आई है और जिन लोगों ने विधायक बनाया है उन्ही के खिलाफ मामले दर्ज कर रहे हैं . मनीष ठाकुर ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ दर्ज किए मामलों को सरकार के जल्द वापिस न लेने पर युवा कांग्रेस प्रदेश भर में उग्र आंदोलन शुरू करेगी. साथ ही राजभवन के बाहर धरने पर भी बैठ जाएंगे.
बता दें कि लाहौल स्पीति में महिलाओं ने कृषि मंत्री रामलाल मारकंडा के काफिले को कोरोना संक्रमण फैलने को देखते हुए रोका था, लेकिन अब उनके खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं, जिसके विरोध में युवा कांग्रेस ने प्रदेश भर में आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है.
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