शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून की भारी बारिश का दौर जारी है. राजधानी शिमला समेत विभिन्न क्षेत्रों में बुधवार को भारी वर्षा हुई. लगातार हो रही बारिश से हो रहे भूस्खलन के कारण 235 सड़कें अवरूद्व हुई हैं. वहीं, बीते 24 घंटों के दौरान बाकी क्षेत्रों में भूस्खलन से 113 सड़कें बंद हो गई हैं.
मंडी जोन में सर्वाधिक 110 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप्प रही. इनमें मंडी सर्कल की 89, कुल्लू सर्कल की 13 और जोगिंद्रनगर सर्कल की 8 सड़कें शामिल हैं. इसी तरह शिमला जोन में 75 सड़कें भूस्खलन के कारण बाधित रहीं, इनमें नाहन सर्कल में 33, रोहड़ू में 21, रामपुर में 16, शिमला में 4 और सोलन में एक सड़क बंद है. कांगड़ा जोन की 47 और हमीरपुर जोन की 3 सड़कें अवरूद्व हैं. इन सड़कों की बहाली के लिए लोकनिर्माण विभाग ने 331 मशीनरी लगाई है, जिसमें 258 जेसीबी, 57 टिप्पर और 16 डोजर शामिल हैं.
लोकनिर्माण विभाग के अनुसार मानसून सीजन के दौरान भूस्खलन से विभाग को अब तक 256 करोड़ का नुक्सान पहुंचा हैं. सबसे अधिक 73 करोड़ का नुकसान हमीरपुर जोन में हुआ है. मंडी जोन में 50 करोड़, शिमला जोन में 49 करोड़ और कांगड़ा जोन में 48 करोड़ की क्षति हुई है. इसी तरह राष्ट्रीय राजमार्गों को 34 करोड़ का नुकसान हुआ है.
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इस बीच बीते 24 घंटों के दौरान खेरी में सर्वाधिक 124 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. इसके अलावा गोहर में 108, रेणुका में 97, नगरोटा सूरियां में 83, पच्छाद में 80, भराड़ी में 75, सलूणी व भोरंज में 68, देहरा गोपीपुर में 63, पालमपुर में 50, डल्हौजी में 49, अर्की में 47, मनाली में 46, नाहन में 44, सरकाघाट में 43, धर्मपुर व धर्मशाला में 42, शिमला में 38, करसोग में 31, बलद्वारा में 29, काहू में 28 और कुफरी में 27 मिमी बारिश हुई.
राजधानी शिमला में बुधवार दिन भर रूक-रूक कर वर्षा का दौर चलता रहा. मौसम विभाग ने 20 अगस्त तक राज्य में अनेक स्थानों पर बारिश की संभावना जताई है.
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि 16 और17 अगस्त को राज्य के मैदानी और मध्य पर्वतीय इलाकों में कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश का अनुमान है, जिसे लेकर येलो अलर्ट जारी कर दिया गया है.
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