शिमला: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टुटू में रोजाना मरीजों की लाइने लगी रहती हैं. एक्सरे मशीन खराब होने के चलते स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचने वाले मरीजों को एक्सरे सुविधा से महरूम रहना पड़ रहा है. लाखों की मशीन पिछले तीन सालों से महज धूल फांक रही है.
पीएचसी आने वाले मरीजों को एक्सरे करवाने के लिए हताश होकर या तो या फिर10 किलोमीटर दूर रिपन अस्पताल में पहुंचना पड़ता या फिर निजी क्लनिकों में एक्सरे करवाने पड़ते हैं. सरकारी अस्पतालों में एक्सरे टेस्ट 50 रुपये में हो जाता है. वहीं, निजी क्लीनिकों में एक्सरे करवाने के लिए 120 से 150 रुपये देने पड़ते हैं.
विकास समिति टुटू के पूर्व अध्यक्ष और स्थानीय निवासी नागेंद्र गुप्ता का कहना है कि टुटू पीएचसी में करीब 10 से 20 मरीजों को एक्सरे के लिए लिखा जाता है. एक्सरे मशीन खराब होने के चलते मरीजों को परेशानियां झेलनी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में एक डॉक्टर और एक लैबोटरी असिस्टेंट की भी जरूरत है.
इस मामले में सीएमओ शिमला डॉ. जितेंद्र चौहान का कहना है कि एक्सरे मशीन निजी कंपनी से लगवाई गई है. यहां पर रेडियोग्राफर भी वही रखेंगे. अगर पीएचसी से मेडिकल ऑफिसर एक्सरे मशीन चलाने के लिए डिमांड भेजें तो विभाग संबंधित कंपनी को रेडियोग्राफर रखने के लिए कहा जाएगा.