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International Olympic Day: 'टोक्यो ओलंपिक के लिए हिमाचल से 2 खिलाड़ियों का चयन गर्व की बात'

शिमला के इंदिरा गांधी खेल परिसर में प्रदेश से ओलंपिक क्वालिफाई कर चुके खिलाड़ियों के सम्मान में उन्हें ओलंपिक (Olympic) से मेडल लाने के लिए समारोह का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम के मुख्यातिथि खेल विभाग के सचिव एसएस गुलेरिया रहे. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि यह प्रदेश के लिए गौरव का विषय है कि हिमाचल से दो खिलाड़ी टोक्यो ओलंपिक के लिए चयनित हुए हैं.

International Olympic Day 2021, अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस 2021
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Published : Jun 23, 2021, 3:38 PM IST

शिमला: आज पूरे देश में वर्ल्ड ओलंपिक डे मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में शिमला के इंदिरा गांधी खेल परिसर में प्रदेश से ओलंपिक क्वालिफाई कर चुके खिलाड़ियों के सम्मान में उन्हें ओलंपिक से मेडल लाने के लिए समारोह का आयोजन किया गया.

इस कार्यक्रम के मुख्यातिथि खेल विभाग के सचिव एसएस गुलेरिया रहे. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि यह प्रदेश के लिए गौरव का विषय है कि हिमाचल से दो खिलाड़ी टोक्यो ओलंपिक के लिए चयनित हुए हैं. उनमें आशीष चौधरी (Ashish Chaudhary) बॉक्सिंग में 75 किलोग्राम वर्ग में और निषाद कुमार का पैरा ओलंपिक के लिये चयन हुआ है.

आज यहां पर यह कार्यक्रम करने का उद्देश्य टोक्यो ओलंपिक के लिए जागरूकता अभियान कि शुरुआत करना है, ताकि प्रदेश के युवा खिलाड़ी भी इन दो खिलाड़ियों से प्रेरणा लें और आने वाले समय में अन्य स्पर्धाओं में भी अधिक से अधिक खिलाड़ी हिमाचल से चयनित होकर जाएं और देश और प्रदेश का नाम रोशन करें.

वीडियो रिपोर्ट.

वहीं, जिला खेल अधिकारी अनुराग वर्मा ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक 2020 होना था, लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से नहीं हो पाया. अब 2021 में शुरू हो रहा है और उन्होंने कहा कि यह हिमाचल प्रदेश के लिए हर्ष का विषय है कि प्रदेश के दो युवा इसमें चयनित हुए हैं.

आशीष कुमार बॉक्सिंग से और पैरा ओलंपिक से निषाद कुमार को सिलेक्ट किया गया है. वर्ल्ड ओलंपिक डे में इस तरह का कार्यक्रम इसलिए रखा गया है, ताकि जो हिमाचल के युवा टोक्यो ओलंपिक में जा रहे है उनका हौसला बड़े और देश और प्रदेश का नाम और ऊंचा हो सके.

ओलंपिक डे मनाने की क्या है वजह

दुनिया भर में हर साल 23 जून का दिन इंटरनेशनल ओलंपिक डे यानी अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस (International Olympic Day) के तौर पर मनाया जाता है.यह एक तरह से खेल कूद की गतिविधियों को सेलिब्रेट करने का दिन है, जिसे दुनिया भर के युवा और बुजुर्ग सेलिब्रेट करते हैं.

इंटरनेशनल ओलंपिक डे (International Olympic Day) मनाने की शुरुआत 1948 से हुई है. यह 23 जून को ही हर साल क्यों मनाया जाता है, अगर ये सवाल आपके मन में उठ रहा हो तो यह जान लीजिए कि इस दिन का आधुनिक ओलंपिक खेलों से अहम रिश्ता है.

1896 में एथेंस में ओलंपिक खेलों की शुरुआत हुई थी

दरअसल ओलंपिक खेलों के आयोजन के लिए पेरिस में 16 जून से 23 जून, 1894 को इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी की पहली बैठक हुई थी. इसी बैठक के अंतिम दिन 23 जून, 1894 को ओलंपिक खेलों के आयोजन का फैसला लिया गया था, जिसके तहत 1896 में एथेंस में ओलंपिक खेलों की शुरुआत हुई थी. इस दिन खेल कूद की प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक आयोजन किए जाते रहे हैं.

ये भी पढ़ें- International Olympic Day 2021: जानिए इस दिन से जुड़ा इतिहास और रोचक जानकारी

शिमला: आज पूरे देश में वर्ल्ड ओलंपिक डे मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में शिमला के इंदिरा गांधी खेल परिसर में प्रदेश से ओलंपिक क्वालिफाई कर चुके खिलाड़ियों के सम्मान में उन्हें ओलंपिक से मेडल लाने के लिए समारोह का आयोजन किया गया.

इस कार्यक्रम के मुख्यातिथि खेल विभाग के सचिव एसएस गुलेरिया रहे. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि यह प्रदेश के लिए गौरव का विषय है कि हिमाचल से दो खिलाड़ी टोक्यो ओलंपिक के लिए चयनित हुए हैं. उनमें आशीष चौधरी (Ashish Chaudhary) बॉक्सिंग में 75 किलोग्राम वर्ग में और निषाद कुमार का पैरा ओलंपिक के लिये चयन हुआ है.

आज यहां पर यह कार्यक्रम करने का उद्देश्य टोक्यो ओलंपिक के लिए जागरूकता अभियान कि शुरुआत करना है, ताकि प्रदेश के युवा खिलाड़ी भी इन दो खिलाड़ियों से प्रेरणा लें और आने वाले समय में अन्य स्पर्धाओं में भी अधिक से अधिक खिलाड़ी हिमाचल से चयनित होकर जाएं और देश और प्रदेश का नाम रोशन करें.

वीडियो रिपोर्ट.

वहीं, जिला खेल अधिकारी अनुराग वर्मा ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक 2020 होना था, लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से नहीं हो पाया. अब 2021 में शुरू हो रहा है और उन्होंने कहा कि यह हिमाचल प्रदेश के लिए हर्ष का विषय है कि प्रदेश के दो युवा इसमें चयनित हुए हैं.

आशीष कुमार बॉक्सिंग से और पैरा ओलंपिक से निषाद कुमार को सिलेक्ट किया गया है. वर्ल्ड ओलंपिक डे में इस तरह का कार्यक्रम इसलिए रखा गया है, ताकि जो हिमाचल के युवा टोक्यो ओलंपिक में जा रहे है उनका हौसला बड़े और देश और प्रदेश का नाम और ऊंचा हो सके.

ओलंपिक डे मनाने की क्या है वजह

दुनिया भर में हर साल 23 जून का दिन इंटरनेशनल ओलंपिक डे यानी अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस (International Olympic Day) के तौर पर मनाया जाता है.यह एक तरह से खेल कूद की गतिविधियों को सेलिब्रेट करने का दिन है, जिसे दुनिया भर के युवा और बुजुर्ग सेलिब्रेट करते हैं.

इंटरनेशनल ओलंपिक डे (International Olympic Day) मनाने की शुरुआत 1948 से हुई है. यह 23 जून को ही हर साल क्यों मनाया जाता है, अगर ये सवाल आपके मन में उठ रहा हो तो यह जान लीजिए कि इस दिन का आधुनिक ओलंपिक खेलों से अहम रिश्ता है.

1896 में एथेंस में ओलंपिक खेलों की शुरुआत हुई थी

दरअसल ओलंपिक खेलों के आयोजन के लिए पेरिस में 16 जून से 23 जून, 1894 को इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी की पहली बैठक हुई थी. इसी बैठक के अंतिम दिन 23 जून, 1894 को ओलंपिक खेलों के आयोजन का फैसला लिया गया था, जिसके तहत 1896 में एथेंस में ओलंपिक खेलों की शुरुआत हुई थी. इस दिन खेल कूद की प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक आयोजन किए जाते रहे हैं.

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