शिमला: हिमाचल में 7 हजार विधवा एवं एकल नारियों का अपने घर का सपना साकार होगा. राज्य सरकार इसके लिए आर्थिक सहायता देगी. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही मुख्यमंत्री विधवा एवं एकल नारी आवास योजना शुरू करेगी. इस योजना के तहत पात्र विधवा एवं एकल नारियों को घर निर्माण के लिए 1.50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत 7 हजार महिलाओं को घर बनाने के लिए सहायता दी जाएगी.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि महिला उत्थान के लिए समर्पित इस योजना को हाल ही में आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में सैद्धांतिक मंजूरी दी गई है. योजना की अंतिम रूपरेखा तैयार की जा रही है. आश्रय प्रदान इस योजना के तहत बनने वाले घर में बिजली, पानी और अन्य आवश्यक सुविधाएं भी प्रदान की जाएगी.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है. राज्य सरकार ने वंचित वर्गों के कल्याण के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं. उन्होंने कहा वह स्वयं एक सामान्य परिवार से संबंध रखते हैं और समाज के कमजोर वर्गों के दुख और परेशानियों से भली-भांति परिचित हैं. एक वर्ष के दौरान राज्य सरकार ने उनके जीवन स्तर में सुधार के लिए कई अभिनव पहल की हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा चार हजार से अधिक अनाथ बच्चों को ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ के रूप में अपनाकर उनके लिए मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना का सफलतापूर्वक संचालन कर रही है. सीएम ने कहा कि हिमाचल देश का पहला राज्य है, जहां अनाथ बच्चों की देखभाल और शिक्षा की जिम्मेदारी राज्य सरकार उठा रही है. प्रदेश सरकार इन बच्चों को 27 वर्ष की आयु तक 4 हजार रुपये प्रतिमाह जेब खर्च के रूप में दे रही है.
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