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Himachal Weather: हिमाचल में झमाझम बारिश, पहाड़ों पर बर्फबारी, 20 मार्च तक खराब रहेगा मौसम

HIMACHAL WEATHER UPDATE: हिमाचल में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते एक बार फिर मौसम ने करवट बदली है. मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में 20 मार्च तक झमाझम बारिश और ओलावृष्टि का येलो अलर्ट जारी किया है.

HIMACHAL WEATHER UPDATE
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Published : Mar 17, 2023, 6:50 AM IST

शिमला: मई-जून जैसी चिलचिलाती धूप का एहसास लोगों को मार्च के महीने में ही होने लगा है. लेकिन, इस गर्मी के बीच हिमाचल प्रदेश के मौसम ने एक बार फिर करवट बदली है. दरअसल, हिमाचल में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में बदलाव आया है और मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में 20 मार्च तक झमाझम बारिश और ओलावृष्टि का येलो अलर्ट जारी किया है.

विक्षोभ के सक्रिय होने पर प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ताजा बर्फ बारी हुई है, वहीं प्रदेश के मध्यम ऊंचाई वाले व मैदानी क्षेत्रों में बारिश दर्ज की गई है. इससे मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में फिर ठंडक लौट आई है. वीरवार को लाहौल-स्पीति में अटल टनल रोहतांग के नॉर्थ पोर्टल सहित गोंदला व कोकसर में ताजा बर्फबारी दर्ज की गई. जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों को हिदायत दी है कि वे खराब मौसम में अनावश्यक यात्रा से बचें और केवल आपातकालीन स्थिति में ही यात्रा करें.

कुफरी, शिमला व मंडी सहित अन्य क्षेत्रों में ओलावृष्टि दर्ज: ऊंचाई वाले क्षेत्रों सहित प्रदेश के मैदानी इलाकों में भी बारिश का दौर शुरू हुआ है. कई क्षेत्रों में कुफरी, शिमला व मंडी सहित अन्य क्षेत्रों में ओलावृष्टि दर्ज की गई है. वीरवार को बारिश के चलते बंगाणा में 28 मिलीमीटर, सुजानपुर टीहरा में 18, मंडी में 16, गोहर में 15, मशोबर और कोटखाई में 9, नादौन में 8, डल्हौजी- गग्गल- रोहड़ू और नगरोटा सूरियां में 5 एमएम बारिश दर्ज की गई.

मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि प्रदेश में पश्चिम विक्षोभ सक्रिय हो गया है, जिससे प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है. प्रदेश में 20 मार्च तक मौसम खराब रहेगा. ऐसे में प्रदेश में ओलावृष्टि होने का यैलो अलर्ट जारी किया है. यह चेतावनी किन्नौर और लाहौल-स्पीति को छोड़कर सभी 10 जिलों के लिए जारी गई है.

किसान बागवानों की बढ़ीं चिंताएं: मौसम विभाग के पूर्वानुमान ने सेब किसानों और बागवानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं. प्रदेश में इन दिनों सेब की फ्लावरिंग हो रही है. किसानों की मटर व फूलगोभी की फसल तैयार है. ओलावृष्टि से नकदी फसलों को नुकसान होता है. प्रदेश में पहले ही एक लाख हैक्टेयर से ज्यादा भूमि पर खड़ी किसानों की फसलों को इस बार 95 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. अब किसानों को ओलावृष्टि के कारण बड़ा आर्थिक नुक्सान होने की चिंता सता रही है.

कहां कितना तापमान: वीरवार को केलांग में न्यूनतम तापमान माइनस 1.9, कुकुमसेरी में माइनस 0.6, कल्पा में 1.5, नारकंडा में 4.3, मनाली में 5.0, सोलन में 8.4, शिमला में 8.6, डलहौजी में 9.1 और धर्मशाला में 13.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जबकि, ऊना में अधिकतम तापमान 34.0, बिलासपुर में 30.5
हमीरपुर में 28.0, सुंदरनगर में 27.7, मंडी में 27.2, कांगड़ा में 27.0, चंबा में 26.3, धर्मशाला में 25.0 और शिमला में 18.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

ये भी पढ़ें: किन्नौर में बर्फबारी शुरू, ठंड के आगोश में समाया जिला

ये भी पढ़ें: अटल टनल में बर्फबारी से फंसे 300 वाहन, पुलिस ने चलाया रेस्क्यू अभियान

शिमला: मई-जून जैसी चिलचिलाती धूप का एहसास लोगों को मार्च के महीने में ही होने लगा है. लेकिन, इस गर्मी के बीच हिमाचल प्रदेश के मौसम ने एक बार फिर करवट बदली है. दरअसल, हिमाचल में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में बदलाव आया है और मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में 20 मार्च तक झमाझम बारिश और ओलावृष्टि का येलो अलर्ट जारी किया है.

विक्षोभ के सक्रिय होने पर प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ताजा बर्फ बारी हुई है, वहीं प्रदेश के मध्यम ऊंचाई वाले व मैदानी क्षेत्रों में बारिश दर्ज की गई है. इससे मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में फिर ठंडक लौट आई है. वीरवार को लाहौल-स्पीति में अटल टनल रोहतांग के नॉर्थ पोर्टल सहित गोंदला व कोकसर में ताजा बर्फबारी दर्ज की गई. जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों को हिदायत दी है कि वे खराब मौसम में अनावश्यक यात्रा से बचें और केवल आपातकालीन स्थिति में ही यात्रा करें.

कुफरी, शिमला व मंडी सहित अन्य क्षेत्रों में ओलावृष्टि दर्ज: ऊंचाई वाले क्षेत्रों सहित प्रदेश के मैदानी इलाकों में भी बारिश का दौर शुरू हुआ है. कई क्षेत्रों में कुफरी, शिमला व मंडी सहित अन्य क्षेत्रों में ओलावृष्टि दर्ज की गई है. वीरवार को बारिश के चलते बंगाणा में 28 मिलीमीटर, सुजानपुर टीहरा में 18, मंडी में 16, गोहर में 15, मशोबर और कोटखाई में 9, नादौन में 8, डल्हौजी- गग्गल- रोहड़ू और नगरोटा सूरियां में 5 एमएम बारिश दर्ज की गई.

मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि प्रदेश में पश्चिम विक्षोभ सक्रिय हो गया है, जिससे प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है. प्रदेश में 20 मार्च तक मौसम खराब रहेगा. ऐसे में प्रदेश में ओलावृष्टि होने का यैलो अलर्ट जारी किया है. यह चेतावनी किन्नौर और लाहौल-स्पीति को छोड़कर सभी 10 जिलों के लिए जारी गई है.

किसान बागवानों की बढ़ीं चिंताएं: मौसम विभाग के पूर्वानुमान ने सेब किसानों और बागवानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं. प्रदेश में इन दिनों सेब की फ्लावरिंग हो रही है. किसानों की मटर व फूलगोभी की फसल तैयार है. ओलावृष्टि से नकदी फसलों को नुकसान होता है. प्रदेश में पहले ही एक लाख हैक्टेयर से ज्यादा भूमि पर खड़ी किसानों की फसलों को इस बार 95 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. अब किसानों को ओलावृष्टि के कारण बड़ा आर्थिक नुक्सान होने की चिंता सता रही है.

कहां कितना तापमान: वीरवार को केलांग में न्यूनतम तापमान माइनस 1.9, कुकुमसेरी में माइनस 0.6, कल्पा में 1.5, नारकंडा में 4.3, मनाली में 5.0, सोलन में 8.4, शिमला में 8.6, डलहौजी में 9.1 और धर्मशाला में 13.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जबकि, ऊना में अधिकतम तापमान 34.0, बिलासपुर में 30.5
हमीरपुर में 28.0, सुंदरनगर में 27.7, मंडी में 27.2, कांगड़ा में 27.0, चंबा में 26.3, धर्मशाला में 25.0 और शिमला में 18.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

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