शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा बजट सत्र शनिवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया. इस दौरान पक्ष विपक्ष के बीच मुद्दों को लेकर तीखी बहस भी देखने को मिली. विधायक विक्रमादित्य सिंह ने ईटीवी से बात करते हुए कहा कि बजट सत्र काफी महत्वपूर्ण था. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का यह चौथा बजट था. उन्होंने 50 हजार करोड़ का बजट पेश किया. कुछ नई चीजें भी बजट में शामिल की गई हैं. रोजगार बढ़ाने के लिए काम किया गया. बहुत नई स्कीम भी लाई हैं और जो कमियां हैं, उन्हें सकारात्मक रूप से उजागर किया है.
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विपक्ष ने उठाए जनहित के मुद्दे
विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सदन में स्वास्थ्य और रोजगार हर मुद्दे को उठाने का प्रयास किया है. शगुन योजना के तहत पहले केवल एससी व एसटी लड़कियों के लिए रखा गया था, लेकिन विपक्ष के विरोध के बाद हर वर्ग के लिए रखा गया.
इसके अलावा कटौती प्रस्ताव में स्वास्थ्य क्षेत्र में उस पर भी सवाल उठाए गए. प्रदेश के अस्पतालों में कोविड-19 के दौरान ऑक्सीजन की कमियां की सुविधाएं नहीं थीं, उन सभी को चीजों को उठाया गया. विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के मामले दोबारा से बढ़ने शुरू हो गए हैं और इस लड़ाई को एक साथ मिलकर लड़ाई को लड़ा जाना चाहिए.
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