शिमला: प्रदेश के सबसे बड़े जिले कांगड़ा की अनदेखी को लेकर कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने जयराम सरकार पर निशाना साधा. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि आज तक जितनी भी सरकारें रहीं हैं, उनमें से कांगड़ा जिला को इस सरकार में कैबिनेट में सबसे कम प्रतिधिनित्व मिला है. उन्होंने कहा कि सरकार गिराने और बनाने में सबसे बड़ा योगदान कांगड़ा जिला का ही होता है.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा बिना कांगड़ा के समर्थन से सरकार नहीं बन सकती. जिला कांगड़ा से 15 विधायक चुन कर आते हैं, जबकि जयराम कैबिनेट में केवल एक ही मंत्री जिला कांगड़ा से बनाया गया है. जिला कांगड़ा को प्रतिनिधित्व ना मिलने से जिला में विकास कार्य रुके हुए हैं. प्रदेश में सरकार किसी की भी रही हो, लेकिन हर साल शीतकालीन प्रवास होता था, लेकिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी यह परंपरा खत्म कर दी. ऐसे में साफ जाहिर होता है कि मुख्यमंत्री कांगड़ा से भेदभाव कर रहे हैं.
शांता कुमार से किया आवाज उठाने का आग्रह
विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि इसको लेकर बीजेपी में भी अंतर्कलह देखने को मिल रही है. वरिष्ठ नेताओं के साथ किशन कूपर की बैठक और लेटर बम इसके उदाहरण हैं. विक्रमादित्य सिंह ने पूर्व सीएम शांता कुमार से अपील की है कि वे वह जिला कांगड़ा के साथ हो रहे भेदभाव को लेकर आवाज उठाएं, ताकि जिला कांगड़ा को सरकार में सही प्रतिनिधित्व मिल सके.
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