शिमला: हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन ही विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा किया और सदन से वॉकआउट किया. सोमवार को सदन की कार्रवाई शुरू होते ही शोकोउद्गार प्रस्ताव के बाद वैसे ही विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने ऊना के कांग्रेस के विधायक सतपाल रायजादा के चालक और पीएसओ की गिरफ्तारी का मामला सदन में उठाया और चर्चा की मांग की.
गौरतलब है कि विपक्ष ऊना एसपी को हटाने की मांग कर रहे थे. विधानसभा अध्यक्ष द्वारा इसके लिए अनुमति नहीं दी, जिस पर विपक्ष ने सदन में ही हंगामा शुरू कर दिया और सदन के बीच बेल में आकर नारेबाजी शुरू कर दी. हंगामा शांत न होने पर विधानसभा अध्यक्ष ने 15 मिनट के लिए सदन स्थागित कर दिया और कांग्रेस के विधायक नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर आ गए.
ये भी पढे़ं-जलप्रलय झेलने के बाद भी सुरक्षित पंचवक्त्र महादेव मंदिर, तूफान से शिवालय को नहीं हुआ कोई नुकसान
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार राजनीतिक साजिश के तहत कांग्रेस के विधायकों को फंसा रही है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी अध्यक्ष के हारने के बाद इस तरह से सरकार कांग्रेस विधायक को फंसा रही है. उन्होंने कहा कि इसको लेकर आज सदन में चर्चा की मांग की गई, लेकिन अध्यक्ष द्वारा इसकी अनुमति नहीं दी गई.
उन्होंने कहा कि एसपी ऊना सरकार के दवाब में काम कर रहे हैं और जब तक वे वहां है निष्पक्ष जांच नहीं की जा सकती है, उन्हें पहले वहां से हटाया जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि ऊना में खनन माफिया के खिलाफ सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.
ये भी पढे़ं-हमीरपुर में खड्ड पार करते हुए बहे छात्र और तीन अध्यापक, लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला