शिमला: कोरोना महामारी के चलते किसानों को मंडियों तक अपनी सब्जियां पहुंचाने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में सरकार ने किसानों को नजदीक की मंडियों में सब्जियां बेचने की सुविधा प्रदान की है. अपर शिमला के किसान अब सैंज की पराला फल मंडी में अपनी सब्जियां भेज पाएंगे. एपीएमसी ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है.
एपीएमसी ने इसके लिए पराला मंडी में आढ़तियों के साथ बैठक की. बैठक की अध्यक्षता एपीएमसी शिमला-किन्नौर के अध्यक्ष नरेश शर्मा ने की. इस दौरान कई अधिकारी और पराला मंडी के आढ़ती मौजूद रहे इस मौके पर लोडिंग-अनलोडिंग करने वाले पल्लेदारों के लिए पहचान पत्र जारी करने का आश्वासन दिया गया, जिससे यहां पर सब्जियों की खरीद को जल्द सुनिश्चित बनाया जा सके.
एपीएमसी के अध्यक्ष नरेश शर्मा ने कहा कि पराला मंडी में सेब सहित अन्य फलों का कारोबार होता था, लेकिन करोना संक्रमण के चलते ढली मंडी में भीड़ की आशंका को देखते हुए इस मंडी को किसानों के लिए खोलने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि मंडी में सामाजिक दूरी बनाए रखने, वाहनों की सैनिटाइजेशन, सब्जी के वाहनों की आवाजाही और मंडी में ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए एपीएमसी उचित कदम उठाएगी.
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वहीं, आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान अनूप चौहान ने किसानों की समस्याओं को लेकर एपीएमसी द्वारा उठाए गए इस कदम स्वागत किया. उन्होंने कहा कि संकट की घड़ी में सैंज की पराला फल मंडी में आढ़ती इस निर्णय से संतुष्ट है. सैंज की पराला मंडी में सेब का रिकॉर्ड तोड़ व्यवसाय हुआ है और आने वाले समय में सब्जी के व्यवसाय में भी यह मंडी कीर्तिमान स्थापित करेगी.
बता दें कि ठियोग, कोटखाई, नारकण्डा, रोहड़ू ओर चौपाल के साथ जिला सिरमौर के गिरीपार के इलाकों से बड़े पैमाने पर सब्जियों का उत्पादन होता है और इन इलाकों के सब्जी उत्पादकों को फूलगोभी, मटर, फ्रेंचबीन व अन्य उत्पाद बेचने के लिए ढली और सोलन का रुख करना पड़ता था, लेकिन अब किसानों को घर के नजदीक सब्जी मंडी की सुविधा मिलने से लाभ होगा.