शिमला: शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कोरोना संक्रमण से जूझ रहे प्रदेश के सभी लोगों से योग प्राणायाम और श्वास की क्रियाओं को अपनी दिनचर्या में शामिल करने का आव्हान किया हैं. वर्चुअल माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक संस्था आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से कोरोना संक्रमितों के लिए चलाए जा रहे 'ब्रीद शिमला योग से निरोग' कार्यक्रम का शुभारंभ करने के दौरान उन्होंने कोरोना को हराने के लिए योग और प्राणायाम को महत्वपूर्ण बताया.
श्वास की प्रक्रियाएं और प्राणायाम बेहद लाभकारी
सुरेश भारद्वाज ने कोरोना संक्रमण के अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि इस महामारी के संक्रमण के दौरान मरीजों को सबसे अधिक समस्या सांस लेने में रहती है और सबसे बड़ी चुनौती फेफड़ों को संक्रमित होने से बचाने की रहती है. उन्होंने कहा कि आर्ट ऑफ लिविंग संस्था द्वारा सिखाई जा रही श्वास की प्रक्रियाएं और प्राणायाम बेहद लाभकारी हैं. सभी को इसका लाभ उठाना चाहिए. इस मौके पर आर्ट ऑफ लिविंग के अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षक सुकान्त पाल चौहान ने दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल के एमएस डॉक्टर रवींद्र मोक्टा और डॉक्टर प्रवीण सहित अन्य लोगों को भस्त्रिका, भ्रामरी प्राणायाम सहित कई अन्य यौगिक श्वास क्रियाएं सिखाईं.
3 श्रेणियों में होगा 'ब्रीद शिमला योग से निरोग' कार्यक्रम
आर्ट ऑफ लिविंग की प्रदेश मीडिया समन्वयक तृप्ता शर्मा ने बताया कि संस्था की ओर से इस कार्यक्रम को तीन श्रेणियों में बांटा गया है. इसके तहत स्वस्थ आबादी के लिए प्रतिरक्षा और फेफड़ों की क्षमता बनाने में मदद करना, सांस संबंधी व्यायाम में समर्थन देना और हल्के लक्षणों वाले रोगियों के लिए घर या अस्पताल में कार्यशाला का आयोजन ऑनलाइन करना, साथ ही कोरोना के बाद के कार्य काल में पुनर्वास और आहार व्यवहार के बारे में जानकारी दी जाएगी.
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