शिमला: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी बाढ़ और बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए हिमाचल आएंगे. नितिन गडकरी शुक्रवार 4 अगस्त को हिमाचल दौरे पर रहेंगे. केंद्रीय मंत्री के कार्यालय की ओर से ये जानकारी दी गई है. बता दें कि पहले नितिन गडकरी का हिमाचल दौरा 1 अगस्त को प्रस्तावित था.
नेशनल हाइवे का करेंगे निरीक्षण- केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी प्रदेश में भारी बारिश, बाढ़ और लैंडस्लाइड से नेशनल हाइवे, फोरलेन प्रोजेक्ट्स आदि को हुए नुकसान का जायजा लेंगे. इस बार हुई भारी बरसात से हिमाचल के कई नेशनल हाइवे को नुकसान हुआ है. साथ ही नए बने किरतपुर-मनाली फोरलेन और कालका-शिमला फोरलेन को भी कई जगह नुकसान हुआ है.
बता दें बरसात में पंडोह से आगे किरतपुर-मनाली फोरलेन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. इससे अब मनाली तक के फोरलेन निर्माण के लिए लंबा समय लगेगा, लेकिन किरतपुर से नेरचौक तक फोरलेन पर कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है. कुछ जगह थोड़ा बहुत नुकसान है, जिसकी मरम्मत के लिए थोड़ा ही समय लगेगा. मंडी और कुल्लू में फोरलेन को हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए अब केंद्रीय मंत्री गडकरी के साथ एनएचएआई की एक्सपर्ट कमेटी भी हिमाचल दौरे पर आ रही है.
इस मानसून सीजन से पहले NHAI ने कीरतपुर-मनाली फोरलेन हाईवे के उद्घाटन की तैयारी कर ली थी. इस हाईवे पर बनी छह टनलें भी खोल दी गई थी. वहीं, NHAI ने प्रधानमंत्री कार्यालय को उद्घाटन की तारीख देने के लिए फाइल भी भेज दी थी, लेकिन मानसून पहुंचते ही हुई भारी बरसात से कई जगह हाईवे पूरी तरह धुल गया.
केंद्रीय मंत्री से मिले थे विक्रमादित्य सिंह- इससे पहले हिमाचल के पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की थी. जहां उन्होंने बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्गों को हुए नुकसान के बारे में अवगत करवाया था. विक्रमादित्य सिंह ने पंडोह, भुंतर, कुल्लू, रायसन, कटराईं और मनाली क्षेत्र के पुलों के अलावा मनाली-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग, नालागढ़ पुल और प्रदेश लोक निर्माण विभाग के अन्य पुलों और सड़कों की शीघ्र बहाली और मरम्मत करने का अनुरोध किया था. उन्होंने कहा कि यातायात को सुचारू करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों को जोड़ने वाली सड़कों एवं पुलों और चक्की पठानकोट पुल को तत्काल बहाल करने और मरम्मत की आवश्यकता है.
नितिन गडकरी ने दिया था मदद का भरोसा- केंद्रीय मंत्री ने सेतु भारतम योजना के तहत 300 करोड़ रुपये प्रदान करने का भरोसा दिया था. नितिन गडकरी ने राष्ट्रीय राजमार्गों पर भूस्खलन संभावित क्षेत्रों पर ब्लैक स्पॉट की पहचान कर समस्या का स्थायी समाधान करने के भी निर्देश दिए थे. उन्होंने राज्य लोक निर्माण विभाग के पुलों की बहाली एवं मरम्मत के लिए धन उपलब्ध करवाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए ताकि राज्य लोक निर्माण विभाग की सड़कों को वैकल्पिक सड़कों के रूप में राष्ट्रीय राजमार्गों से जोड़ा जा सके.
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