शिमला: पेपर लीक होने के बाद बंद किए गए कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर की भर्तियां देने वाले युवाओं का भविष्य में अधर में लटक गया है. आयोग के माध्यम से हो रही भर्तियां रुक गई हैं. यही नहीं कई भर्तियों के नतीजे घोषित किए जाने थे जो कि लटक गए हैं. इससे भर्तियों में शामिल रहे बेरोजगार युवाओं में खासा रोष है. युवा सरकार से परीक्षाओं के नतीजे जल्द से जल्द घोषित करने की मांग कर रहे हैं.
बेरोजगार युवाओं ने निकाली सत्याग्रह रैली- आयोग के माध्यम से विभिन्न परीक्षाएं देने वाले बेरोजगार युवाओं ने भर्तियों के नतीजे जल्द घोषित करने की मांग को लेकर एक सत्याग्रह रैली निकाली है. हमीरपुर से निकाली गई यह रैली आज शिमला पहुंची. इन युवाओं ने शिमला में कांग्रेस कार्यालय से लेकर छोटा शिमला तक रैली निकाली और यहां सचिवालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. युवाओं ने मुख्यमंत्री से आयोग द्वारा करवाई गई परीक्षाओं के रिजल्ट घोषित करने की मांग की.
15 मार्च को युवाओं ने निकाली थी रैली- हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग बंद करने के बाद इसके माध्यम से हो रही तमाम भर्तियां लटक गई है. इससे हजारों युवकों का भविष्य अधर में लटक गया है. भर्ती प्रक्रिया लटकने पर प्रदेश के युवाओं में खासा रोष है. आयोग के माध्यम से भर्तियों में शामिल रहे बेरोजगार युवाओं ने अपनी मांग को लेकर 15 मार्च को हमीरपुर से एक सत्याग्रह यात्रा निकाली जो कि आज शिमला पहुंची. इसमें शामिल युवाओं ने इन भर्तियों को फिर से शुरू करने की मांग की.
आयोग बंद होने से सभी भर्तियां पर लगी रोक- भर्ती में शामिल रहे बेरोजगार युवाओं ने कहा है कि सरकार द्वारा हमीरपुर चयन आयोग बंद करने के बाद से इसके माध्यम से हो रही तमाम भर्ती लटक गई हैं. इनमें से कई भर्तियों के नतीजे लगभग फाइनल हैं, मगर भर्तियों में धांधली सामने आने के बाद इन सभी भर्तियों को लटकाया गया है और कर्मचारी चयन आयोग को भी भंग कर दिया गया है.
संलिप्त दोषियों के खिलाफ हो कार्रवाई- बेरोजगार युवाओं का कहना है कि अगर चयन आयोग हमीरपुर में पेपर लीक किए गए हैं तो इनमें संलिप्त दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. इसके लिए कर्मचारी आयोग को बंद नहीं किया जाना करना चाहिए था. सरकार ने आयोग तो बंद कर दिया है, लेकिन इसके माध्यम से हो रही भर्तियों को सुचारू करने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं की है.
सरकार नई नौकरियां भी नहीं निकाल रही- बेरोजगार युवाओं का कहना था कि सरकार ने चुनाव से पहले युवाओं को नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन सता में आने के बाद सरकार ने नई भर्तियां तो निकाली नहीं. वहीं पहले से जारी सभी तरह की भर्तियों को रोक दिया गया है. जिससे उनमें खासी निराशा है. युवाओं का कहना था कि उन्होंने मेहनत से इन भर्तियों को पास किया है, अगर किसी ने कोई गलत किया है, उन पर कार्रवाई की जानी चाहिए. जिन लोगों ने मेहनत की है उनको इसकी सजा न दी जाए. युवाओं ने कहा कि कोई भी भर्ती कैंसिल नहीं होनी चाहिए और कर्मचारी चयन आयोग को बहाल किया जाना चाहिए.
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