रामपुर: हिमाचल प्रदेश के शिमला के रामपुर बुशहर में कोरोना महामारी के चलते इस साल अंतरराष्ट्रीय लवी मेला सूक्ष्म स्तर पर आयोजित किया गया. मेले में पहुंचे व्यापारियों को 11 से 14 नवंबर तक मैदान में बैठने की इजाजत दी गई थी, लेकिन व्यापारियों ने स्थानीय प्रशासन से कुछ और दिनों के लिए दुकानें सजाने की इजाजत ली.
प्रशासन ने मेले में पहुंचे व्यापारियों की मांग को देखते हुए 20 नवंबर तक ग्राउंड में व्यापार करने की अनुमति दी है. इसके बाद प्रशासन मेला मैदान को खाली करवाएगा. लवी मेले में सजीं एक दर्जन से अधिक दुकानें अब 20 नवंबर तक सजी रहेगी. किन्नौर से मेले में पहुंचे व्यापारियों का कहना था कि अभी तक उनका मेले में आने तक का खर्च भी नहीं निकल पाया है. ऐसे में उन्हें कुछ दिन और बैठने की मंजूरी दी जाए.
नगर परिषद रामपुर ने भी व्यापारियों की जायज मांग को देखते हुए जिला प्रशासन से व्यापारियों को अतिरिक्त समय देने की मांग की थी. पिछले कई सालों से आयोजित होता आया लवी मेले में इस साल कोरोना संक्रमण के कारण व्यापारियों को स्थानीय उत्पाद बेचने की मंजूरी ही दी गई थी.
मेले में मंडी, कुल्लू, किन्नौर और शिमला जिले के उत्पादों को बेचने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन मेले में अधिकांश व्यापारी किन्नौर से पहुंचे हैं. ऐसे में आने जाने का खर्च भी नहीं निकल पाया है, लेकिन प्रशासन ने 20 नवंबर तक उन्हें व्यापार करने की सुविधा दी है. मेले में इस बार ऊन से बने वस्त्र, ड्राई फ्रूट्स, लोहे और धातु के औजार की ही बिक्री हो रही है. व्यापारियों ने प्रशासन का धन्यवाद भी किया है.
एसडीएम रामपुर सुरेंद्र मोहन ने बताया कि व्यापारियों की मांग को देखते हुए मेले में अब 4 दिन और स्टॉल सजे रहेंगे. उन्होंने कहा कि 20 नवंबर तक व्यापारी अपने उत्पाद बेच सकते हैं, लेकिन इसके बाद तुरंत प्रभाव से मेला मैदान को खाली करना होगा. उन्होंने मेले में आने वाले लोगों से कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के सभी इंतजाम करने की मांग की है.
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