शिमला: देश भर में कोरोना महामारी का कहर जारी है. कोरोना वायरस के कारण पिछले दो महीने से कोई भी सार्वजनिका कार्यक्रम नहीं पाया है. बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर तिब्बती समुदाय के लोग कोरोना वायरस की वजह से कोई बड़ा आयोजन अपने मठों में नहीं कर पाए. इसी वजह से क्षेत्रीय तिब्बतियन महिला एसोसिएशन ने शहर में पानी, मास्क और फ्रूट बांटे. इस दौरान उन्होंने लोगों के हाथ भी सैनिटाइज करवाए.
शिमला में शेर-ए-पंजाब और रोटरी टाउन हॉल के सामने महिलाओं ने जनसेवा कर एक नए तरीके से बुद्ध पूर्णिमा के पर्व को मनाया. एसोसिएशन की प्रधान केलसंग यांगचेन ने बताया कि आज गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था. इसी अवसर पर आज उन्होंने शहर में पानी, मास्क और फ्रूट्स बांटे. उन्होंने कहा कि वैसे इस दिन पर मठों पर विशेष आयोजन किए जाते थे,लेकिन कोरोना की वजह से इस बार यह आयोजन नहीं हो पाए.
बता दें कि बौद्ध धर्म में बुद्ध पूर्णिमा का विशेष महत्व है. इस एक माह को बौद्ध धर्म के लोग बेहद हर्षोल्लास से मनाते हैं. अपने मठों में पूजा अर्चना करते हैं और धार्मिक अनुष्ठान करते हैं. इस महीने में दान का विशेष महत्व है. शिमला के संजौली और पंथाघाटी में दो बौद्ध मठ हैं. इन मठों में इस दिन पर विशेष आयोजन किए जाते हैं, लेकिन इस बार कोरोना की वजह से मठ भी बंद हैं तो ऐसे हालात में तिब्बती समुदाय अपना यह खास दिन भी घरों में ही मना रहे हैं.
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