शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन भी विपक्ष ने सदन के बाहर और अंदर खूब हंगामा किया. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने सदन के भीतर संस्थानों को बंद करने के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी और सत्तापक्ष पर विपक्ष की आवाज दबाने के आरोप लगाएं. इसी के साथ विपक्ष ने सदन की कार्यवाही से वॉकआउट कर दिया.
नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष मुख्यमंत्री से मिलने के लिए जब उनके कमरे के बाहर पहुंचा तो सत्तापक्ष के विधायकों ने गुंडागर्दी करते हुए भाजपा के विधायकों से धक्का मुक्की की और मुख्यमंत्री से नहीं मिलने दिया. सरकार ने बिना सोचे समझे 600 से अधिक संस्थानों को बंज कर दिया है. जिसके खिलाफ विपक्ष सदन के बाहर और अंदर आवाज उठा रहा है, लेकिन सरकार विपक्ष की आवाज दबा रही है. जिसको लेकर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया है.
संस्थानों को बंद करने को लेकर जनता में खासा रोष है और लोग भी विपक्ष के साथ विरोध के लिए आना चाह रहे हैं. उन्होंने कहा कि विपक्ष केवल मुख्यमंत्री से बात करना चाह रहा था कि सरकार दोबारा से संस्थानों को खोलने पर विचार करे, लेकिन कांग्रेस विधायक ने उनके साथ धक्का मुक्की की. जबकि विपक्ष के विधायक बात करना चाह रहे हैं. उन्होंने विपक्ष की आवाज दबाने के आरोप लगाए.
साथ ही संस्थानों को जब तक नहीं खोला जाता है तब तक विरोध जारी रखने की चेतावनी भी दे दी. बता दें कि कांग्रेस सरकार द्वारा सत्ता में आते ही प्रदेश में 6 महीने पहले खुले सभी संस्थानों को डिनोटिफाई कर दिया है जिसके खिलाफ भाजपा सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रही है और बजट सत्र शुरू होते ही पहले दिन से ही इन संस्थानों को दोबारा से खोलने की मांग पर विपक्ष खड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में भी विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सदन में विरोध प्रदर्शन जारी रखेगा.
ये भी पढ़ें: लोहे की चेन और ताले लेकर विस के बाहर BJP विधायक दल ने किया प्रदर्शन, CM दफ्तर के बाहर भी की नारेबाजी