शिमला: सीएम जयराम दिल्ली दौरे के बाद सरकार और संगठन में छिड़े घमासान को शांत करवाने में जुट गए हैं. दिल्ली से लौटने के बाद जयराम ठाकुर ने पहले जुब्बल-कोटखाई का दौरा कर करोड़ों की सौगात दी और नाराज नरेंद्र बरागटा को शांत करने की कोशिश की. दौरे के दौरान जब-जब नरेंद्र बरागटा ने जनसभा को संबोधित किया उनसे यह भी बुलवाया गया कि उन्हें किसी प्रकार की नाराजगी नहीं है.
हालांकि, इस दौरे पर जिला के एकमात्र मंत्री सुरेश भारद्वाज भी सीएम के साथ मौजूद नहीं रहे. इसके बाद जयराम ठाकुर ग्रामीण शिमला दौरे पर गए जहां कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज साथ मौजूद रहे और सारे गिले शिकवे भी खत्म किए. रविवार को दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर देर शाम शिमला स्थित आरएसएस मुख्यालय पहुंचे थे.
यहां सीएम ने आरएसएस के पदाधिकारियों के साथ लंबी मंत्रणा की थी, सोमवार सुबह सुबह डॉ राजीव बिंदल मुख्यमंत्री से मिलने ओक ओवर पहुंचे थे. माना जा रहा है कि इस दौरान हाईकमान से मिले आदेशों के बाद डॉ. राजीव बिंदल से लंबी चर्चा की गई और उनकी नाराजगी दूर करने की भी कोशिश की गई.
अनुराग ठाकुर, सुरेश कश्यप के बाद अब महेंद्र सिंह भी दिल्ली तलब
ऐसे में चर्चाओं का बाजार गर्म है कि पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को दिल्ली बुलाया गया उसके बाद केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर को हिमाचल दौरा बीच में स्थगित कर सीधे दिल्ली बुलाया गया. इसके बाद बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की हाजिरी दिल्ली दरबार में तय की गई और अब आज प्रदेश सरकार के कद्दावर मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर को दिल्ली तलब किया गया है.
इस प्रकार एक के बाद एक नेताओं के दिल्ली दरबार में हाजिरी भरने का सिलसिला लगातार जारी है. ऐसे में संगठन के बीच में पक रही खिचड़ी और सरकार से कुछ नेताओं और मंत्रियों के असंतोष के कारण जयराम ठाकुर को जरूर परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं.
दिल्ली दौरे से लौटने के बाद जयराम ठाकुर ने कहा कि वह कोरोना संक्रमण के कारण लंबे समय से दिल्ली नहीं जा पाए थे. जयराम ठाकुर ने माना कि पार्टी हाईकमान के साथ दिल्ली दौरे के दौरान संगठन और सरकार के कई विषयों पर लंबी चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार की चर्चाएं हिमाचल प्रदेश में जारी है फिलहाल वैसा कुछ नहीं है. सरकार सही तरीके से अपना काम कर रही है. दिल्ली जाना एक रूटीन का प्रोसेस था और अनेक विषयों पर हाईकमान के साथ चर्चा हुई.
सत्ता के गलियारों में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा के तमाम वरिष्ठ नेताओं के दिल्ली दौरे को लेकर अलग-अलग राय है. जयराम ठाकुर के समर्थकों का कहना है कि दिल्ली दौरे के बाद मुख्यमंत्री और सशक्त होकर लौटे हैं और पार्टी हाईकमान की तरफ से उन्हें खुली छूट दी गई है, जिससे वे संगठन और सरकार के बीच फैले असंतोष को शांत कर सकें.
वहीं, दूसरी तरफ भाजपा में मौजूद सत्ता से असंतुष्ट नेताओं का कहना है कि पार्टी संगठन और सरकार में नेताओं की बढ़ती नाराजगी के कारण हाईकमान की तरफ से मुख्यमंत्री को तय समय में परिस्थितियों को संभालने के लिए कहा गया है, ताकि पार्टी में व्याप्त असंतोष को चुनावों से पहले खत्म किया जा सके और पार्टी निश्चिंत होकर विधानसभा चुनाव में उतरे.