शिमला: राजभवन में आज तेलंगाना स्थापना दिवस मनाया गया. साल 2014 में आद के दिन तेलंगाना राज्य का गठन हुआ था. इसके चलते राजभवन में आज तेलंगाना दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें हिमाचल में रहे रहे तेलंगाना के लोग शामिल हुए. राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने इनके साथ तेलंगाना की समृद् संस्कृति व परंपरा को लेकर चर्चा की. इस मौके पर हिमाचल हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एमएस रामचंद्र राव भी मौजूद रहे.
राष्ट्र के विकास में तेलंगाना का भूमिका महत्वपूर्ण: दरअसल, आज तेलांगना राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर राज भवन में कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान राज्यपाल राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने तेलंगाना के निवासियों के साथ संवाद करते हुए कहा कि तेलंगाना एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत वाला राज्य है. उन्होंने कहा कि तेलंगाना ने राष्ट्र के विकास में इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
तेलंगाना को मिली है समृद्ध विरासत: राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि तेलंगाना का गठन 2 जून को 2014 हुआ था. तेलंगाना के गठन से राज्य को एक समृद्ध विरासत मिली है, जो सदियों पुरानी है, जिसमें संस्कृति, भाषा, कला और साहित्य का एक अनूठा मिश्रण है. उन्होंने कहा कि इस राज्य के लोग आज देश के कोने-कोने में अपनी सेवाएं दे रहे हैं जो 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' के भाव को प्रकट करता है. उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से लोगों की पारस्परिक समझ को बढ़ावा मिलता है और अपसी संबंधों को मजबूती मिलती है. इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया.
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