म: प्रदेश के शिक्षकों को अपने सराहनीय कार्य के लिए टीचर्स डे यानि पांच सितंबर को दिए जाने वाले राज्यस्तरीय पुरस्कार के लिए तय नियमों को पूरा करने वाले शिक्षकों के आवेदन ही गठित कमेटियों को भेजने होंगे. शिक्षा विभाग के पास नियमों से बाहर जाकर किसी शिक्षक का आवेदन आने पर विभाग की ओर से कमेटियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
गौर हो कि शिक्षा विभाग ने राज्यस्तरीय पुरस्कार के लिए आवेदन मांगे हैं. इन आवेदनों की छंटनी के लिए कमेटियां गठित की गई है. शिक्षकों के आवेदन करने के बाद उनकी छंटनी जिलास्तरीय कमेटी की ओर से की जाएगी. ऐसे में अगर आवेदनों की छंटनी में लापरवाही होती है और किसी शिक्षक का आवेदन नियमों को अनदेखा कर प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय भेजा जाता है, तो इसके लिए जिला कमेटी ही जिम्मेवार होगी.
शिक्षा विभाग ने यह निर्देश जारी किए हैं कमेटियां इस बात का ख्याल रखें कि कोई भी ऐसा आवेदन राज्यस्तरीय पुरस्कार के लिए शिक्षा विभाग के पास ना आए जो कि नियमों को पूरा ना करता हो. बता दें कि शिक्षा विभाग ने बीते वर्ष भी जिन शिक्षकों के नाम राज्यस्तरीय पुरस्कार के लिए फाइनल किए थे, उसमें एक ऐसे शिक्षक का नाम भी शामिल था, जिसके खिलाफ जांच चल रही थी. इस नाम को बाद में हटाया गया था. ऐसे में इस बार पुरस्कार के लिए ऐसे किसी भी शिक्षक के चयन को लेकर शिक्षा विभाग सजग हो गया है.