शिमला: शिक्षा विभाग में शिक्षकों के कारनामें रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. एक के बाद एक शिक्षकों की कारगुजारियों के मामले सामने आ रहे हैं. रोहड़ू के टिक्कर स्कूल में छात्राओं के साथ छेड़छाड़ के मामले के बाद शिमला जिला के मशोबरा ब्लॉक के एक स्कूल में एक शिक्षिका की कारगुजारी का मामला सामने आया है.
मामले के तहत मशोबरा ब्लॉक के एक स्कूल की शिक्षिका पर एक छात्रा से घर में काम करवाने का आरोप है. बड़ी बात यह है कि जिस शिक्षिका पर यह आरोप है उसे शिक्षा विभाग की ओर से राज्यस्तरीय पुरस्कार से नवाजा गया है.
जानकारी के अनुसार जिला शिमला के मशोबरा ब्लॉक के एक प्राथमिक स्कूल में राज्य स्तरीय अवार्ड प्राप्त शिक्षिका गरीब प्रवासी बच्ची से जबरन अपने घर का काम करवा रही थी. छात्रा स्कूल ना आ कर शिक्षिका के घर पर ही काम करती थी. हालांकि छात्रा उसी स्कूल में पढ़ती है, जिस स्कूल में शिक्षिका कार्यरत है.
शिक्षिका छात्रा से अपने घर पर काम करवाती थी और स्कूल में आकर छात्रा की फर्जी हाजिरी भी लगाती थी. इस मामले पर शिकायत मिलने के बाद प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय की ओर से उक्त शिक्षिका पर जांच बैठा कर मामले की जांच की जा रही है, जिसके बाद शिक्षिका पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
वहीं, स्कूल प्रबंधन अपने स्तर पर कार्रवाई कर चुका है और उक्त शिक्षका जिसके घर पर यह बच्ची काम कर रही थी, उसके बयान भी लिए गए हैं. वही, दूसरी ओर छात्रा के माता-पिता को भी स्कूल बुलावा कर जानकारी ली गई है. मामला शिक्षा निदेशालय के पास पहुंचने पर इसकी पूरी जांच की जा रही है.
प्रारंभिक शिक्षा निदेशक रोहित जमवाल का कहना है कि मामले की शिकायत आई है और मामले की जांच की जा रही है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी छात्र से शिक्षक अपने घर का काम नहीं करवा सकता है.
उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर पूरी जांच की जाएगी और साथ ही पता लगाया जाएगा कि किस आधार पर शिक्षिका छात्रा की नियमित हाजिर लगा रही थी, जब की छात्रा स्कूल ही नहीं आ रही थी. रोहित जमवाल ने कहा कि मामले में शिक्षिका के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी.