ETV Bharat / state

शिमला में APG यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले बाहरी देशों के छात्रों का होगा कोरेनटाइन

शिमला में एपीजी यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले बाहरी देशों के छात्रों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है. विभिन्न देशों से पढ़ने वाले करीब 800 छात्रों की स्वास्थ्य विभाग जांच करेगा.

Students from foreign countries will have Corentine
शिमला में APG यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले बाहरी देशों के छात्रों का होगा कोरेनटाइन
author img

By

Published : Mar 14, 2020, 2:55 PM IST

शिमला: कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए प्रदेश स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से चौकन्ना हो गया है. स्वास्थ्य विभाग प्रदेश में आने वाले दूसरे देशों के पर्यटकों पर कड़ी नजर बनाए हुए है. वहीं, अब दूसरे देशों से यहां पढ़ने वाले छात्रों पर भी पैनी नजर रख रहा है.

कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए जहां केंद्र सरकार ने सभी देशों के वीजा 15 अप्रैल तक रद्द कर दिए हैं, वहीं जो छात्र मार्च माह में पहले ही आ चुके हैं, उन छात्रों का कोरेनटाइन किया जा रहा है. जिला स्वास्थ्य विभाग भी शिमला में पढ़ने वाले दूसरे देशों के छात्रों पर कड़ी निगरानी रख रहा है, ताकि किसी भी संदिग्ध का समय रहते उपचार किया जा सके.

बता दें कि शिमला में ऐसी बहुत से शिक्षण संस्थान हैं जहां हजारों की संख्या में दूसरे देश के छात्र पढ़ाई करने आते हैं. उनमें से एपीजी यूनिवर्सिटी भी एक है, जहां करीब 800 से ज्यादा छात्र दूसरे देशों से आकर पढ़ाई कर रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग को जैसे ही इन छात्रों की सूचना मिली तो स्वास्थ्य विभाग की टीम देर रात एपीजी यूनिवर्सिटी पहुंची और इनका कोरेनटाइन किया गया, लेकिन अभी तक किसी भी छात्र में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं मिले हैं.

वीडियो रिपोर्ट

मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जितेंद्र चौहान ने बताया कि देर शाम उन्हें सूचना मिली कि एपीजी यूनिवर्सिटी में करीब 800 से ज्यादा छात्र दूसरे देशों के शिक्षा प्राप्त करते हैं, जो हाल ही में अपने घर से शिमला आए हैं. कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया मे बढ़ता जा रहा है. ऐसे में इन सभी छात्रों की निगरानी की जा रही है. उन्होंने बताया कि इन सभी छात्रों का कोरेनटाइन किया जाएगा ताकि किसी भी छात्र में कोरोना वायरस में लक्षण न हो.

डॉ. जितेंद्र चौहान ने बताया कि छात्रों का कोरेनटाइन करने के लिए एक टीम निकली है जो 28 दिनों तक सभी पर निगरानी रखेगी. उन्होंने बताया कि इसके अलावा खलीनी स्थित एक निजी स्कूल के करीब 14 छात्र हाल ही में थाईलैंड की यात्रा करके वापिस शिमला लौटे हैं. जिनका कोरेनटाइन किया जा रहा है, लेकिन अभी तक जिला में किसी भी व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं मिले हैं. उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाएगा.

ये भी पढ़ें: कोरोना का 'कर्फ्यू': 31 मार्च तक स्कूल-कॉलेज रहेंगे बंद, सीएम ने सदन में दी जानकारी

शिमला: कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए प्रदेश स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से चौकन्ना हो गया है. स्वास्थ्य विभाग प्रदेश में आने वाले दूसरे देशों के पर्यटकों पर कड़ी नजर बनाए हुए है. वहीं, अब दूसरे देशों से यहां पढ़ने वाले छात्रों पर भी पैनी नजर रख रहा है.

कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए जहां केंद्र सरकार ने सभी देशों के वीजा 15 अप्रैल तक रद्द कर दिए हैं, वहीं जो छात्र मार्च माह में पहले ही आ चुके हैं, उन छात्रों का कोरेनटाइन किया जा रहा है. जिला स्वास्थ्य विभाग भी शिमला में पढ़ने वाले दूसरे देशों के छात्रों पर कड़ी निगरानी रख रहा है, ताकि किसी भी संदिग्ध का समय रहते उपचार किया जा सके.

बता दें कि शिमला में ऐसी बहुत से शिक्षण संस्थान हैं जहां हजारों की संख्या में दूसरे देश के छात्र पढ़ाई करने आते हैं. उनमें से एपीजी यूनिवर्सिटी भी एक है, जहां करीब 800 से ज्यादा छात्र दूसरे देशों से आकर पढ़ाई कर रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग को जैसे ही इन छात्रों की सूचना मिली तो स्वास्थ्य विभाग की टीम देर रात एपीजी यूनिवर्सिटी पहुंची और इनका कोरेनटाइन किया गया, लेकिन अभी तक किसी भी छात्र में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं मिले हैं.

वीडियो रिपोर्ट

मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जितेंद्र चौहान ने बताया कि देर शाम उन्हें सूचना मिली कि एपीजी यूनिवर्सिटी में करीब 800 से ज्यादा छात्र दूसरे देशों के शिक्षा प्राप्त करते हैं, जो हाल ही में अपने घर से शिमला आए हैं. कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया मे बढ़ता जा रहा है. ऐसे में इन सभी छात्रों की निगरानी की जा रही है. उन्होंने बताया कि इन सभी छात्रों का कोरेनटाइन किया जाएगा ताकि किसी भी छात्र में कोरोना वायरस में लक्षण न हो.

डॉ. जितेंद्र चौहान ने बताया कि छात्रों का कोरेनटाइन करने के लिए एक टीम निकली है जो 28 दिनों तक सभी पर निगरानी रखेगी. उन्होंने बताया कि इसके अलावा खलीनी स्थित एक निजी स्कूल के करीब 14 छात्र हाल ही में थाईलैंड की यात्रा करके वापिस शिमला लौटे हैं. जिनका कोरेनटाइन किया जा रहा है, लेकिन अभी तक जिला में किसी भी व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं मिले हैं. उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाएगा.

ये भी पढ़ें: कोरोना का 'कर्फ्यू': 31 मार्च तक स्कूल-कॉलेज रहेंगे बंद, सीएम ने सदन में दी जानकारी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.