शिमलाः शिमला शहर में वेंडर एक्ट 2014 को लागू करने को लेकर तहबाजारियों ने नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कालीबाड़ी हॉल में तहबाजारी यूनियन की ओर से शनिवार को सम्मेलन का आयोजन किया गया. तहबाजारी यूनियन नगर निगम शिमला के खिलाफ लगातार प्रदर्शन भी कर रही है और वेंडर एक्ट 2014 को जल्द से जल्द लागू करने की मांग कर रहे हैं.
यूनियन का आरोप है कि नगर निगम काफी समय से तहबाजरियों को आई कार्ड जारी करने का आश्वासन दे रहा है, लेकिन न तो तहबाजारियों को बसाया जा रहा है और न ही उन्हें आई कार्ड दिया जा रहा है.
यूनियन के अध्यक्ष सुरेंद्र बिटू ने कहा कि 2007 में सुप्रीम कोर्ट ने तहबाजारियों को बसाने के निर्देश दिए थे, लेकिन नगर निगम बसाने की जगह उन्हें उजाड़ने का काम कर रही है. पिछले पांच साल से वेंडर एक्ट को लागू तक नहीं किया गया और न ही वेंडर जोन चिन्हित किए गए हैं.
यूनियन के अध्यक्ष ने कहा कि नगर निगम आई कार्ड देने की बात कह रही है. सभी तहबाजारियों ने फॉर्म तक भर दिए थे, लेकिन अब दोबारा फिर से फॉर्म भरवाए जा रहे हैं. उन्होंने नगर निगम से वेंडर एक्ट को जल्द से जल्द लागू करने और आई कार्ड जारी करने की मांग की है
जानकारी के अनुसार शिमला शहर में 3 हजार से ज्यादा तहबाजारी हैं. नगर निगम ने एक्ट के तहत आई कार्ड जारी करने के लिए 1065 तहबाजारी चिन्हित किए हैं. बिना आईकार्ड के किसी भी व्यक्ति को बाजारों को नहीं बैठने दिया जाएगा.
हाई कोर्ट ने भी तहबाजारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के निर्देश जारी किए थे और नगर निगम ने शहर से तहबाजारियों को हटाया भी गया था. जिस वजह से तहबाजरियों ने नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.