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शिमला में सड़क किनारे बेतरतीब नहीं खड़े होंगे वाहन, शहर में बनेंगी 144 स्टील पार्किंग

शिमला शहर में स्टील स्ट्रक्चर पार्किंग के लिए जिला प्रशासन और नगर निगम ने स्थान चिन्हित कर लिए हैं. इन पार्किंग में 2500 के करीब गाड़ियां खड़ी की जा सकती हैं. शहर में पार्किंग की समस्या से लोगों को जल्द निजात मिलेगी.

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Published : Jul 11, 2019, 7:36 PM IST

शिमला: शिमला शहर में पार्किंग की समस्या से लोगों को जल्द निजात मिलेगी. शहर में स्टील स्ट्रक्चर पार्किंग के लिए जिला प्रशासन और नगर निगम ने जगह चिन्हित कर लिए हैं. शिमला शहरी क्षेत्र के वार्डों में 114 और ग्रामीण क्षेत्रों के वार्डो में 30 स्टील स्ट्रक्चर पार्किंग के लिए जगहें चिन्हित कर ली गई हैं.

बता दें कि इन पार्किंग में 2500 के करीब गाड़ियां खड़ी की जा सकती हैं. अब जिला प्रशासन पार्किंग बनाने का प्रस्ताव प्रिंसिपल सेक्रेटरी परिवहन निगम की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा, जिसके बाद स्टील पार्किंग के लिए कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा. एसडीएम शहरी नीरज चांदला की अध्यक्षता में बनाई गई टीम शहर में दौरे कर पार्किंग की जगह चिन्हित की है.

इन पार्किंग को बनाने का काम नगर निगम के माध्यम से किया जाना है. पहली बार शहर में बड़े प्लाट की बजाय छोटे ऐसे स्थल चिह्नित किए जाने हैं, जहां पर पार्किंग बनाई जा सकती है. स्टील पार्किंग बनने से शहर में जहां जाम से निजात मिलेगी, वहीं लोगों को पार्किंग के लिए कही भटकना भी नहीं पड़ेगा.

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डीसी शिमला अमित कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद शहर में स्टील पार्किंग की संभावनाएं तलाश ली गई हैं. शहर में 114 जगहें चिन्हित कर ली गई की गई हैं, जहां लोहे के एंगल लगा कर गाड़ियां पार्क की जा सकती हैं. जल्द ही ये प्रस्ताव प्रिंसिपल सेक्रेटरी परिवहन को भेजा जाएगा.

वीडियो

बता दें कि झंझीड़ी हादसे के बाद सरकार ने शहर में पार्किंग के स्थान चिह्नित करने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद डीसी शिमला ने बैठक कर पार्किंग की संभावनाओं की तलाश के लिए कमेटी का गठन किया गया. बैठक में फैसला लिया गया था कि हर वार्ड में कम से कम पांच ऐसे स्थल चिह्नित होंगे, जहां पर कम से कम 15 वाहन खड़े हो सकें.

इन स्थानों पर लोहे का ढांचा विकसित किया जाएगा. स्थाई सीमेंट का ढांचा नहीं बनाया जाएगा. इससे पार्किंग बनाने में पैसा भी कम लगेगा और ज्यादा वाहन खड़े किए जा सकेंगे.

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शिमला: शिमला शहर में पार्किंग की समस्या से लोगों को जल्द निजात मिलेगी. शहर में स्टील स्ट्रक्चर पार्किंग के लिए जिला प्रशासन और नगर निगम ने जगह चिन्हित कर लिए हैं. शिमला शहरी क्षेत्र के वार्डों में 114 और ग्रामीण क्षेत्रों के वार्डो में 30 स्टील स्ट्रक्चर पार्किंग के लिए जगहें चिन्हित कर ली गई हैं.

बता दें कि इन पार्किंग में 2500 के करीब गाड़ियां खड़ी की जा सकती हैं. अब जिला प्रशासन पार्किंग बनाने का प्रस्ताव प्रिंसिपल सेक्रेटरी परिवहन निगम की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा, जिसके बाद स्टील पार्किंग के लिए कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा. एसडीएम शहरी नीरज चांदला की अध्यक्षता में बनाई गई टीम शहर में दौरे कर पार्किंग की जगह चिन्हित की है.

इन पार्किंग को बनाने का काम नगर निगम के माध्यम से किया जाना है. पहली बार शहर में बड़े प्लाट की बजाय छोटे ऐसे स्थल चिह्नित किए जाने हैं, जहां पर पार्किंग बनाई जा सकती है. स्टील पार्किंग बनने से शहर में जहां जाम से निजात मिलेगी, वहीं लोगों को पार्किंग के लिए कही भटकना भी नहीं पड़ेगा.

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डीसी शिमला अमित कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद शहर में स्टील पार्किंग की संभावनाएं तलाश ली गई हैं. शहर में 114 जगहें चिन्हित कर ली गई की गई हैं, जहां लोहे के एंगल लगा कर गाड़ियां पार्क की जा सकती हैं. जल्द ही ये प्रस्ताव प्रिंसिपल सेक्रेटरी परिवहन को भेजा जाएगा.

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बता दें कि झंझीड़ी हादसे के बाद सरकार ने शहर में पार्किंग के स्थान चिह्नित करने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद डीसी शिमला ने बैठक कर पार्किंग की संभावनाओं की तलाश के लिए कमेटी का गठन किया गया. बैठक में फैसला लिया गया था कि हर वार्ड में कम से कम पांच ऐसे स्थल चिह्नित होंगे, जहां पर कम से कम 15 वाहन खड़े हो सकें.

इन स्थानों पर लोहे का ढांचा विकसित किया जाएगा. स्थाई सीमेंट का ढांचा नहीं बनाया जाएगा. इससे पार्किंग बनाने में पैसा भी कम लगेगा और ज्यादा वाहन खड़े किए जा सकेंगे.

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Intro:शिमला शहर में पार्किंग की समस्या से लोगो को जल्द निजात मिलेगी ! शहर में स्टील स्ट्रक्चर पार्किंग के लिए जिला प्रशासन और नगर निगम ने चिन्हित कर लिए है ! शिमला शहरी क्षेत्र के वार्डो में 114 और ग्रामीण क्षेत्रो के वार्डो में 30 स्टील स्ट्रक्चर पार्किंग के लिए जगहे चिन्हित कर ली गई है ! इन पार्किंग में ढाई हजार के करीब गाड़ियाँ खड़ी की है ! अब जिला प्रशासन पार्किंग बनाने का प्रस्ताव प्रिंसिपल सैक्ट्री परिवहन निगम की मंजूरी के लिए भेजा जायेगा, जिस के बाद स्टीन पार्किंग के लिए कार्य भी शुरू कर दिया जायेगा! एसडीएम शहरी नीरज चांदला की अध्यक्षता में बनाई गई टीम शहर में दाैरे कर पार्किंग की जगह चिन्हित की है। इन पार्किंग को बनाने का काम नगर निगम के माध्यम से किया जाना है। पहली बार शहर में बड़े प्लाट की बजाय छोटे ऐसे स्थल चिह्नित किए जाने हैं, जहां पर पार्किंग बनाई जा सकती है। स्टील पार्किंग बनने से शहर में जहा जाम से निजात मिलेगी , वही लोगो को पार्किंग के लिए कही भटकना भी नही पड़ेगा ! Body:शिमला जिला उपायुक्त अमित कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद शहर में स्टील पार्किंग की संभावनाएं तलाश ली गई है और शहर में 114 जगहें चिन्हित कर ली गई की गई है जहा लोहे के एंगल लगा कर गाड़ियाँ पार्क की जा सकती है ! इन पार्किंगों में करीब ढाई हजार गाड़ियाँ पार्क की जा सकती है ! जल्द ही ये प्रस्ताव प्रिंसिपल सेक्टरी को भेजा जायेगा ! Conclusion:बता दे झंझीड़ी हादसे के बाद सरकार ने शहर में पार्किंग के स्थान चिह्नित करने के निर्देश दिए थे । जिसके बाद उपायुक्पात शिमला ने बैठक कर पार्र्उकिंग की संभावनाओं की तलाश के लिए कमेटी का गठन किया गया । बैठक में फैसला लिया गया था कि हर वार्ड में कम से कम पांच ऐसे स्थल चिह्नित होंगे, जहां पर कम से कम 15 वाहन खड़े हो सकें। इन स्थानों पर लोहे का ढांचा विकसित किया जाएगा। स्थाई सीमेंट का ढांचा नहीं बनाया जाएगा। इससे पार्किंग बनाने में पैसा भी कम लगेगा और ज्यादा वाहन खड़े किए जा सकेंगे।
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