शिमला: राजधानी शिमला के दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में कोविड पॉजिटिव महिला के खुदखुशी करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले पर विपक्ष सरकार की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल उठा रहा है. साथ ही शहर में धरने प्रदर्शन और चक्का जाम किया जा रहा है.
वहीं, अब मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य महिला आयोग ने भी इस पर संज्ञान लिया है. आयोग ने मामले में दखल देते हुए एसपी शिमला से मामले में एटीआर यानी एक्शन टेकन रिपोर्ट मांगी है, जिसमे पुलिस को आयोग को बताना होता है कि मामले में अभी तक उन्होंने क्या कार्रवाई और जांच की है.
पुलिस को आयोग को 10 से 15 दिनों के भीतर जवाब देना होता है. महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. डेजी ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना संक्रमित महिला की आत्महत्या करना काफी दुखद है. उनकी ओर से भी मामले में उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी, जिसके लिए आयोग ने एसपी शिमला से रिपोर्ट मांगी है. रिपोर्ट आने के बाद पूरे मामले को देखा जाएगा, जिसके बाद आयोग भी अपने स्तर पर कार्रवाई करेगा.
वहीं, एसपी शिमला मोहित चावला ने कहा कि मामले में जांच चल रही है. महिला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है. न्यायिक जांच बैठा दी गई है. जांच की रिपोर्ट आयोग को भी भेज दी जाएगी.
बता दें कि चौपाल की रहने वाली 53 वर्षीय महिला ने रिपन कोविड केयर सेंटर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड के बाहर फंदा लगा कर अपनी जान दे दी थी. मामले के बाद से ही अस्पताल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया जा रहा है. सरकारी स्तर पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है और अस्पताल के एमएस को भी बदल दिया गया है.
महिला के परिजनों ने भी अस्पताल की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि अस्पताल में उनका ध्यान नहीं रखा गया, जिससे परेशान हो कर उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाया.
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