शिमला: राजधानी शिमला में शहरवासी अब प्लास्टिक, कांच और टीन की खाली पड़ी बेकार बोतलों से पैसा कमा सकेंगे. शहर में नगर निगम ने इक्को मैक्स गो कंपनी के साथ मिल कर स्वच्छ एटीएम लगाए हैं और इन स्वच्छ एटीएम का ट्रायल शुरू कर दिया गया है. इन मशीनों को पिछले साल दिसंबर में शुरू करने की योजना थी, लेकिन महीने बीत जाने के बाद इस पर काम शुरू नहीं हुआ. अब इन एटीएम मशीनों का ट्रायल किया जा रहा है.
शिमला नगर निगम का दावा है कि अगले एक हफ्ते के अंदर इन मशीनों को शुरू कर दिया जाएगा. कंपनी के कर्मी इन दिनों मशीनों का ट्रायल कर रहे हैं और ट्रायल सफल रहा है. जल्द ही अब इन मशीनों को शुरू को दिया जाएगा. नगर निगम ने शहर में पांच स्वच्छ एटीएम लगाए हैं जोकि संजौली, मालरोड, आईजीएमसी, ओल्ड बस स्टैंड और न्यू बस स्टैंड पर स्थापित किए गए हैं. यह एटीएम इक्को मैक्स गो कंपनी द्वारा लगाए गए हैं. इस प्रोजेक्ट पर निगम का कोई पैसा खर्च नहीं होगा. निगम को सिर्फ इन्हें स्थापित करने के लिए जगह देनी थी, जो निगम ने पहले ही दे दी थी.
नगर निगम शिमला की मेयर सत्या कौंडल ने बताया कि निगम इन मशीनों पर काफी समय से काम कर रहा है, लेकिन यह शुरू नहीं हो पाई. उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते इन्हें स्थापित करने में देरी हुई. वहीं, एटीएम पर काम करने वाले इंजीनियर भी कोरोना पॉजिटिव हो गए थे. लेकिन अब इन मशीनों पर काम शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि अभी इन मशीनों का ट्रायल चल रहा है और अगले एक हफ्ते में इन मशीनों को शुरू कर दिया जाएगा. जैसी ही ट्रायल पूरा होता है, वैसे ही इन एटीएम का उद्धाटन भी कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इन मशीनों के शुरू होने से जहां शहर स्वच्छ होगा. वहीं, लोगों का कमाई का जरिया भी बनेगा.
बता दें कि शिमला शहर में सार्वजनिक स्थानों में पर्यटक और लोग पानी की बोतलें और जूस की बोतलों को यहां-वहां फेंक देते हैं. शिमला शहर पयर्टन नगरी है और यहां पर काफी संख्या में सैलानी घूमने आते हैं. ऐसे में निगम का प्रयास रहेगा कि वह इन स्वच्छ एटीएम को ऐसे स्थान में रखे, जहां ज्यादा से ज्यादा लोग इसका इस्तेमाल कर सकें. लोग भी बोतलों को इधर-उधर डालने के बजाय स्वच्छ एटीएम में डाले.
हर मशीन पर कंपनी का एक कर्मचारी भी तैनात रहेगा, जो लोगों को इसे चलाने का तरीका बताएगा. सबसे पहले लोगों को अपना मोबाइल नंबर इस मशीन में डालना होगा. फिर बोतलें मशीन में डाली जाएंगी. इसके बाद इसका पैसा ऐप के जरिए लोगों को मिल जाएगा. लोग ऐप से इस पैसे को अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं. इससे रिचार्ज या बिल भुगतान भी कर सकेंगे. इन मशीनों के लगने से निगम का काम भी कम होगा. वहीं, लोगों को भी अब बोतलों को देने के लिए कबाड़ी का इतंजार नहीं करना पड़ेगा.
स्वच्छ एटीएम में कांच की बोतल डालने पर तीन रुपए, जबकि प्लास्टिक और टीन की बोतल डालने पर दो रुपए मिलेंगे. नगर निगम प्रशासन के अनुसार शहर में पार्किंग, सड़कों समेत काफी जगहों पर खाली बोतलें बिखरी रहती हैं. मशीनें लगने से लोग यह बोतलें बेकार फेंकने की बजाय मशीन में डाल सकेंगे. इसके अलावा कूड़ा उठाने वाले कर्मचारी भी बोतलें इकट्ठा कर कमाई कर सकेंगे.
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