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बर्फबारी अब बागवानों पर पड़ रही 'भारी', बागवानी के कार्य करने में आ रही है दिक्कतें

प्रदेश में लंबे समय से बर्फबारी अब किसानों और बागवानों के लिए भी चिंता का कारण बनती जा रही है. भारी बर्फबारी होने के चलते बागवान सेब के पेड़ों की कटिंग और अन्य कार्य नहीं कर पा रहे हैं.

Snowfall poses trouble for apple growers in himachal
बर्फबारी अब बागवानों पर पड़ रही 'भारी'
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Published : Jan 30, 2020, 8:25 PM IST

रामपुर: प्रदेश के ऊपरी इलाकों में बीते कुछ समय से लगातार हो रही बर्फबारी अब बागवानों के लिए भी चिंता का विषय बनती जा रही है. बागवान इन दिनों अपने बगिचों में सेब के पेड़ों की काट-छांट, पेड़ों में खाद डालना, तोलिए बनाने और सेब के नए पौधें लगाने का काम करते हैं, लेकिन भारी बर्फबारी के चलते ग्रामीण बागवानी का कोई भी काम नहीं कर पा रहे हैं.

बता दें कि सर्दी के मौसम में ही सेब के पेड़ों की कटिंग और नए पौधे रोपने का काम किया जा सकता है. इसके अतिरिक्त साल के बाकी समय में यह कार्य नहीं किए जा सकते. समय रहते अगर बर्फबारी का दौर नहीं थमा तो आने वाले समय में बागवानों को इसका खामियाजा उठाना पड़ सकता है.

वीडियो रिपोर्ट

इस बारे में बागवान काशापाट चूड़ाराम का कहना है कि काशापाट की पांचायत में लगातार बर्फबारी हो रही है. ऐसे में यहां पर तीन से चार फीट तक बर्फबारी हो रही है. जिसके चलते लोग अपने घरों से बाहर ही नहीं जा पा रहे हैं. जिसका सीधा असर उनके बागवानी के कार्यों पर पड़ रहा है.

ये भी पढ़ें: हमीरपुर में रिजेक्टेड अभ्यर्थियों ने डीसी को सौंपा ज्ञापन, जानें क्या है पूरा मामला

रामपुर: प्रदेश के ऊपरी इलाकों में बीते कुछ समय से लगातार हो रही बर्फबारी अब बागवानों के लिए भी चिंता का विषय बनती जा रही है. बागवान इन दिनों अपने बगिचों में सेब के पेड़ों की काट-छांट, पेड़ों में खाद डालना, तोलिए बनाने और सेब के नए पौधें लगाने का काम करते हैं, लेकिन भारी बर्फबारी के चलते ग्रामीण बागवानी का कोई भी काम नहीं कर पा रहे हैं.

बता दें कि सर्दी के मौसम में ही सेब के पेड़ों की कटिंग और नए पौधे रोपने का काम किया जा सकता है. इसके अतिरिक्त साल के बाकी समय में यह कार्य नहीं किए जा सकते. समय रहते अगर बर्फबारी का दौर नहीं थमा तो आने वाले समय में बागवानों को इसका खामियाजा उठाना पड़ सकता है.

वीडियो रिपोर्ट

इस बारे में बागवान काशापाट चूड़ाराम का कहना है कि काशापाट की पांचायत में लगातार बर्फबारी हो रही है. ऐसे में यहां पर तीन से चार फीट तक बर्फबारी हो रही है. जिसके चलते लोग अपने घरों से बाहर ही नहीं जा पा रहे हैं. जिसका सीधा असर उनके बागवानी के कार्यों पर पड़ रहा है.

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Intro:रामपुर Body:

हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्र में लगातार हो रही बर्फबारी के कारण सेब बागवान परेशान हो रहे हैं। सेब बहुल क्षेत्र में आए दिनों में ही सेब का कार्य किया जाता है। क्षेत्र में अधिक बर्फबारी होने से बागवान अपने बगिचों में समय पर सेब का कार्य नहीं कर पा रहे है। जिससे बागवान चींतीत हो रहे है। बता दें कि आए दिनों में ही बागवान अपने बागों में सेब की कांट-छांट करना, खाद डालना, तोलिए बनाना और सबसे अहम नए पौधे लगाना प्रमुख है। सर्दी के मौसम में ही बागवानों द्वारा नई पौध रोपी जाती है। जिसके लिए पहले खेतों में गड्डा किया जाता है और उसके बाद उसमें सेब का पौधा रोपा जाता है। जिससे नए सेब के पेड बनते है। ऐसे में ऊपरी क्षेत्रों में लगातार बर्फबारी होने से बागवान अपने बागों में नए पौधे नहीं लगा पा रहे है।
वहीं इस बारे में बागवान काशापाट चुड़ाराम का कहना है कि काशापाट की पांचायत में लगातार बर्फबारी हो रही है। ऐसे में यहां पर अधिक ऊंचाई होने के कारण चार दो से तीन फिट तक बर्फबारी हो रही है। ऐसे में लोग अपने घरों से बहार ही नहीं जा पाते है। जिस कारण क्षेत्र में बहुत बर्फबारी होने से बागवान अपने खेतों व सेब के बगिचों का कार्य भी नहीं कर पा रहे है। उनका कहना है कि यहां पर बागवान अपने बागों में नए पौधे भी नहीं लगा पा रहे है।
Conclusion:

ऊपरी क्षेत्र में बर्फबारी अधिक होने से बागवान नहीं कर पा रहे अपने सेब के बगिचों का कार्य

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