रामपुर: जिला शिमला में रामपुर परियोजना ने ग्राम पंचायत पोशना के साथ ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली स्थापित करने के लिए समझौता किया. इसके तहत घर-घर जा कर कूड़ा एकत्रित किया जाएगा एवं परिवहन के द्वारा पंचायत द्वारा चिन्हित स्थानों पर निपटान किया जाएगा. पंचायत यह सुनिश्चित करेगी कि पर्यावरण को कूड़े द्वारा क्षति ना पहुंचे.
एसजेवीएन की समाजिक दायित्व नीति के तहत एसजेवीएन फाउंडेशन पंचायत को उक्त प्रणाली के लिए वितीय सहायता देगी. एसजेवीएन के सहयोग से रामपुर परियोजना ने हिमाचल के विभिन्न जिलों में 375 शौचालयों का निर्माण किया है. गांव बायल को खुले में शौच मुक्त बनाया गया. परियोजना प्रभावित क्षेत्र के 32 विद्यालयों में स्वच्छ पानी के लिए वाटर प्यूरीफायर मुहैया करवाए गए.
स्वच्छता के लिए स्कूल एवं जन साधारण के लिए जागरूकता के विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. वहीं, समय-समय पर मंदिर एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों पर परियोजना के कर्मचारियों एवं अधिकारियों द्वारा श्रम दान भी किया जाता है.
बता दें कि इस अवसर पर रामपुर परियोजना के निदेशक (कार्मिक), गीता कपूर, निदेशक (वित्त), अखिलेश्वर सिंह एवं परियोजना प्रमुख मनोज कुमार की विशिष्ठ उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर चन्द्रशेखर यादव, अपर महाप्रबन्धक (सीएसआर) और इन्द्रा देवी, प्रधान ग्राम पंचायत पोशना ने हस्ताक्षर किए.
इस कार्यक्रम के दौरान रामपुर परियोजना के सभी विभागों के विभागाध्यक्ष एवं सीएसआर के अधिकारी व पोशना पंचायत के प्रतिनिधि उपस्थित रहे.