शिमला: सतलुज जल विद्युत निगम ने इस बार भी रिकॉर्ड बिजली उत्पादन (SJVN created record of power generation) किया है. निगम का लक्ष्य 8 हजार 70 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन का था, लेकिन अभी तक 9 हजार 100 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन की जा चुकी है. जबकि वित्त वर्ष समाप्त होने में अभी भी 3 दिन शेष है. यह बात कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर नंदलाल शर्मा ने माय सोशल रिस्पांसिबिलिटी कार्यक्रम के दौरान कही.
नंदलाल शर्मा ने कहा कि बिजली उत्पादन कम होना या अधिक होना कई पहलुओं पर निर्भर करता है, लेकिन हमेशा की तरह इस बार भी सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड ने अपने तय लक्ष्य से अधिक बिजली उत्पादन किया है. उन्होंने कहा कि एसजेवीएन की वर्तमान स्थापित क्षमता 2016.15 मेगावाट है. हाइड्रोथर्मल सौर और पवन ऊर्जा में कंपनी का कुल पोर्टफोलियो 16,900 मेगावाट से अधिक है.
हाल ही में कई नई परियोजनाएं हासिल करने के साथ एसजेवीएन नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि 2023 तक 5 हजार मेगावाट 2030 तक 25 हजार मेगावाट और 2040 तक 50 हजार मेगावाट स्थापित क्षमता के लक्ष्य की ओर अग्रसर हो रही है. कंपनी मुख्यालय में आयोजित माय सोशल रिस्पांसिबिलिटी कार्यक्रम के तहत नंदलाल शर्मा ने कहा कि कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (SJVN social responsibility program in shimla) तो कंपनी खुद निभाती है, लेकिन समाज के समृद्ध लोगों का यह जिम्मेदारी भी बनती है कि वह भी अपनी सोशल रिस्पांसिबिलिटी निभाए और जरूरतमंदों की सहायता करें.
उन्होंने कहा कि इसीलिए आज कंपनी के अधिकारियों ने इकट्ठे होकर 230 कामगार जोकि आउटसोर्स आधार पर एसजेवीएन में निर्माण कार्य कर रहे हैं. उन्हें स्मृति चिन्ह और जरूरत की वस्तु प्रदान कर रहे हैं. नंदलाल शर्मा ने कहा कि माही सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत 2019 में पहली प्रदर्शनी कार्यक्रम सौहार्द बना योजित किया गया था. इस अवसर पर 140 लोगों की सहायता की गई थी और उन्हें उपहार दिए गए थे. वहीं, 2020 में इस कड़ी का दूसरा कार्यक्रम आयोजित किया गया था. जिसमें 200 लोगों की सहायता की गई थी और आज यह तीसरा कार्यक्रम था.
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