शिमला: हिमाचल प्रदेश के बागबानों से सेब की कमाई हड़पने वाले आढ़तियों पर शिकंजा कसते हुए एपीएमसी ने कई आढ़तियों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं. ऐसे आढ़तियों पर कार्रवाई करने के लिए पांच सदस्यों की एसआईटी का गठन भी कर दिया गया है. सीएम जयराम ठाकुर द्वारा गठित ये कमेटी आढ़तियों पर बागवानों के पैसे न देने पर कार्रवाई करेगी.
ठियोग में एपीएमसी के अध्यक्ष नरेश शर्मा ने बताया कि पिछले कई सालों से आढ़ती बागवानों को लूट रहे हैं. बागवानों की मांग पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 5 लोगों की एक एसआईटी का गठन किया है, जिसके सदस्य एएसपी, एसपी, सीआईडी और आईजी होंगे, जो तीन महीने के अंदर बागवानों की शिकायत का निपटारा करेंगे.
नरेश शर्मा ने कहा कि पिछले 6 सालों में एपीएमसी के पास बागवानों के 208 मामले दर्ज किए गए, जिसमें 22 शिकायतों का निपटारा कर 90 लाख की राशि बागवानों को दी गई, लेकिन बाकी बचे 186 मामलों में से 170 मामले अभी पुलिस में दर्ज कराए गए हैं और 16 मामलों में आढ़तियों को नोटिस जारी किया गया है. उन्होने कहा कि आढ़तियों के पास अभी भी बागवानों के 5 करोड़ से अधिक पैसे हैं, जिसके लिए एसआईटी जल्द ही कार्रवाई करेगी. एपीएमसी अध्यक्ष ने कहा कि जो भी किसान अभी तक अपनी शिकायत दर्ज नहीं कर पाए हैं, वो जल्द ही एपीएमसी या एसआईटी के पास जाकर रिपोर्ट दर्ज करवाएं.
बता दें कि एपीएमसी इस बार आढ़तियों के लिए एक पॉलिसी ला रहा है, जिसमें सिक्योरिटी का प्रवधान रखा जाएगा. सिक्योरिटी में आढ़तियों से उनके बजट के हिसाब से पैसा वसूल किया जाएगा, जिससे आढ़ती के भागने पर भी बागवानों को उनका पैसा मिल सके.