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शिमला में फैल रहा नशे का जाल, पिछले 10 महीनों के आंकड़े डराने वाले हैं

हिमाचल प्रदेश में नशा तस्करों के हौसले किस कदर बुलंद हैं ये शिमला पुलिस की ओर से जारी किए आंकड़े बताते हैं. शिमला पुलिस के मुताबिक साल 2023 के बीते 10 महीनों में पिछले साल से कहीं ज्यादा नशा तस्कर गिरफ्तार हुए हैं. (shimla police report on drug peddlers) (Himachal Drug Problem)

Shimla police on Drug peddlers
कांसेप्ट इमेज.
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Nov 2, 2023, 5:46 PM IST

शिमला : हिमाचल प्रदेश में नशे का जाल लगातार फैल रहा है. लगभग रोजाना ही नशा तस्कर नशे की खेप के साथ गिरफ्तार होते हैं. पुलिस भी नशे के खिलाफ अभियान चलाती रहती है. वैसे तो हिमाचल में नशा तस्करी के फैलते जाल के लिए पंजाब से लगते जिलों की बात होती है लेकिन शिमला जिले में भी नशे के सौदागर अपने पांव पसार चुके हैं. शिमला पुलिस की ओर से दिए गए आंकड़े इसकी गवाही देते हैं. जो बताते हैं कि शहर या कस्बे ही नहीं गांव भी नशे के फैलते जाल की जद में आ रहे हैं.

शिमला पुलिस के मुताबिक बीते 10 महीनों में शिमला जिले में कुल 400 एनडीपीएस के मुकदमे दर्ज हुए हैं. इसके साथ ही कुल 610 तस्कर भी गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें 23 महिलाएं भी शामिल हैं. जिनमें से कुछ शिमला की हैं तो कुछ बाहरी राज्यों की, जो चिट्टा लाकर शिमला में रिटेलर को बेच देती हैं. इसके अलावा 135 नशे के सप्लायर भी पुलिस गिरफ्त में हैं.

शिमला पुलिस के मुताबिक नशे के खिलाफ चलाए गए अभियान में साल 2023 के 10 महीनों में कड़ा एक्शन लिया है. पुलिस ने 135 तस्करों से करीब 1 करोड़ 30 लाख रुपये जब्त किए हैं जबकि 5.70 करोड़ की संपत्ति की जांच चल रही है. इन अंतरराज्यीय तस्करों में चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के तस्कर भी शामिल हैं. जनवरी 2023 से लेकर अक्टूबर 2023 के बीच पुलिस ने नशा तस्करों से जुड़ी 130 गाड़ियां भी जब्त की हैं.

संजीव गांधी, शिमला एसपी
संजीव गांधी, शिमला एसपी

अंतरराष्ट्रीय आपूर्तिकर्ता की ड्रग मनी की डिटेल तैयार की गई है. करीब 135 आपूर्तिकर्ता से 1.30 करोड़ रुपये जब्त कर लिए हैं. विशेष यूनिट सेल टीमें तस्करों की आर्थिक कमर तोड़ने की योजना पर काम कर रही है. -संजीव गांधी, एसपी, शिमला

नशा तस्कर ज्यादातर राज्यों की सीमाओं पर एक्टिव रहते हैं ऐसे में हिमाचल पुलिस ने अब हिमाचल और उत्तराखंड बॉर्डर पर झमराड़ी और कुडू बैरियर पर भी स्पेशल यूनिट तैनात की है. जहां से गाड़ियों को तलाशी के बाद ही हिमाचल में प्रवेश दिया जाता है. पुलिस के मुताबिक शिमला में बाहरी राज्यों से चिट्टे की सप्लाई हो रही है. यह सप्लाई रिटेलर को दी जाती है, जो नशे के आदी युवाओं को ये नशा बेचते हैं. ऐसे रिटेलरों की लिस्ट हर पुलिस स्टेशन में तैयार की जा रही है. जिनपर नकेल कसने के लिए पुलिस की टीमें जुटी हुई हैं.

बच्चों को बेहतर भविष्य देने के लिए उन्हें नशे से दूर रखना जरूरी है. इसलिए शिमला पुलिस अपनी एक सामाजिक जिम्मेवारी को निभाते हुए स्कूलों में जाकर बच्चों को नशे के कुप्रभावों से अवगत कराएगी ताकि वह उन्हें नशे से दूर रखा जा सके. -संजीव गांधी, एसपी, शिमला

हिमाचल पुलिस नशा तस्करों पर नकेल कसने के लिए प्रदेश भर में कई तरह के अभियान चलाती है. पिछले 10 महीनों में सिर्फ शिमला जिले में दर्ज हुए एनडीपीएस के मामले और गिरफ्त में आए नशा तस्करों का आंकड़ा डराने वाला है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल के शिक्षण संस्थानों में घुल रहा नशे का जहर, 2018 में नौणी यूनिवर्सिटी कैंपस के चिन्मय स्कूल में नशा बिकने पर हाई कोर्ट ने लिया था संज्ञान

ये भी पढ़ें: शिमला में 4 युवकों से चिट्टा बरामद, नेरवा में नशीली दवाइयां बरामद

शिमला : हिमाचल प्रदेश में नशे का जाल लगातार फैल रहा है. लगभग रोजाना ही नशा तस्कर नशे की खेप के साथ गिरफ्तार होते हैं. पुलिस भी नशे के खिलाफ अभियान चलाती रहती है. वैसे तो हिमाचल में नशा तस्करी के फैलते जाल के लिए पंजाब से लगते जिलों की बात होती है लेकिन शिमला जिले में भी नशे के सौदागर अपने पांव पसार चुके हैं. शिमला पुलिस की ओर से दिए गए आंकड़े इसकी गवाही देते हैं. जो बताते हैं कि शहर या कस्बे ही नहीं गांव भी नशे के फैलते जाल की जद में आ रहे हैं.

शिमला पुलिस के मुताबिक बीते 10 महीनों में शिमला जिले में कुल 400 एनडीपीएस के मुकदमे दर्ज हुए हैं. इसके साथ ही कुल 610 तस्कर भी गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें 23 महिलाएं भी शामिल हैं. जिनमें से कुछ शिमला की हैं तो कुछ बाहरी राज्यों की, जो चिट्टा लाकर शिमला में रिटेलर को बेच देती हैं. इसके अलावा 135 नशे के सप्लायर भी पुलिस गिरफ्त में हैं.

शिमला पुलिस के मुताबिक नशे के खिलाफ चलाए गए अभियान में साल 2023 के 10 महीनों में कड़ा एक्शन लिया है. पुलिस ने 135 तस्करों से करीब 1 करोड़ 30 लाख रुपये जब्त किए हैं जबकि 5.70 करोड़ की संपत्ति की जांच चल रही है. इन अंतरराज्यीय तस्करों में चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के तस्कर भी शामिल हैं. जनवरी 2023 से लेकर अक्टूबर 2023 के बीच पुलिस ने नशा तस्करों से जुड़ी 130 गाड़ियां भी जब्त की हैं.

संजीव गांधी, शिमला एसपी
संजीव गांधी, शिमला एसपी

अंतरराष्ट्रीय आपूर्तिकर्ता की ड्रग मनी की डिटेल तैयार की गई है. करीब 135 आपूर्तिकर्ता से 1.30 करोड़ रुपये जब्त कर लिए हैं. विशेष यूनिट सेल टीमें तस्करों की आर्थिक कमर तोड़ने की योजना पर काम कर रही है. -संजीव गांधी, एसपी, शिमला

नशा तस्कर ज्यादातर राज्यों की सीमाओं पर एक्टिव रहते हैं ऐसे में हिमाचल पुलिस ने अब हिमाचल और उत्तराखंड बॉर्डर पर झमराड़ी और कुडू बैरियर पर भी स्पेशल यूनिट तैनात की है. जहां से गाड़ियों को तलाशी के बाद ही हिमाचल में प्रवेश दिया जाता है. पुलिस के मुताबिक शिमला में बाहरी राज्यों से चिट्टे की सप्लाई हो रही है. यह सप्लाई रिटेलर को दी जाती है, जो नशे के आदी युवाओं को ये नशा बेचते हैं. ऐसे रिटेलरों की लिस्ट हर पुलिस स्टेशन में तैयार की जा रही है. जिनपर नकेल कसने के लिए पुलिस की टीमें जुटी हुई हैं.

बच्चों को बेहतर भविष्य देने के लिए उन्हें नशे से दूर रखना जरूरी है. इसलिए शिमला पुलिस अपनी एक सामाजिक जिम्मेवारी को निभाते हुए स्कूलों में जाकर बच्चों को नशे के कुप्रभावों से अवगत कराएगी ताकि वह उन्हें नशे से दूर रखा जा सके. -संजीव गांधी, एसपी, शिमला

हिमाचल पुलिस नशा तस्करों पर नकेल कसने के लिए प्रदेश भर में कई तरह के अभियान चलाती है. पिछले 10 महीनों में सिर्फ शिमला जिले में दर्ज हुए एनडीपीएस के मामले और गिरफ्त में आए नशा तस्करों का आंकड़ा डराने वाला है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल के शिक्षण संस्थानों में घुल रहा नशे का जहर, 2018 में नौणी यूनिवर्सिटी कैंपस के चिन्मय स्कूल में नशा बिकने पर हाई कोर्ट ने लिया था संज्ञान

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