शिमला: हिमाचल प्रदेश में इन दिनों लगातार अग्निकांड के मामले बढ़ते जा रहे हैं. ताजा मामला राजधानी शिमला के नेरवा का है. जहां एक मकान में भीषण आग लग गई. आग इतना भयानक था कि देखते ही देखते मोहन लाल का 3 मंजिला मकान जलकर राख हो गया. मकान में करीब 14 कमरे थे. बताया जा रहा है कि जिस समय आग लगी घर पर कोई मौजूद नहीं था. इसमें करीब एक करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. वहीं, आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है.
बता दें कि जिस व्यक्ति का मकान जलकर राख हुआ है, वह घटना के वक्त स्कूल में ड्यूटी पर था. जबकि उसके 2 बच्चे आग लगते ही मकान से बाहर आ गए थे. मोहन लाल की पत्नी साथ लगते जंगल में लकड़ी लेने गई थी. आग लगने की जैसे ही आसपास के लोगों को सूचना लगी, सभी आग बुझाने पहुंच गए. मगर तब तक आग पूरे मकान को अपनी चपेट में ले चुकी थी, जिसके चलते आग पर काबू नहीं पाया जा सका. ना ही मकान से कुछ भी सामान बाहर नहीं निकाला जा सका. वहीं, स्थानीय प्रशासन और पुलिस को बुधवार सुबह सूचना दी गई, जबकि आग की यह घटना मंगलवार की बताई जा रही है. एसपी शिमला संजीव गांधी ने मामले की जानकारी दी है.
गैस सिलेंडर और शॉर्ट सर्किट मुख्य कारण: अग्निशमन विभाग शिमला ने यह पाया है कि आगजनी का मुख्य कारण गैस सिलेंडर लीकेज और शॉर्ट सर्किट हो सकता है. शिमला अग्निशमन अधिकारी मंसाराम ने बताया कि बीते 13 दिनों में शहर में पांच आगजनी के मामले सामने आए हैं. जिनमें दो बड़े हादसे हैं ढली और लक्कड़ बाजार जहां आग से लाखों रुपए का नुकसान हुआ था. उन्हें लोगों से भी अपील की है कि सावधानी बरतें अपने घरों में गैस सिलेंडर को सावधानी पूर्वक जलाए और बंद करें, बिजली के तारों पर शॉर्ट सर्किट होने से बचाएं अपने आसपास जलते हुए माचिस की तीली बीड़ी सिगरेट ना फेंके इससे भी आग लग सकती है.
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