शिमला: राजधानी शिमला में सड़क किनारे येलो लाइन पार्किंग में पैसे तह करने के खिलाफ शिमला नागरिक सभा ने मोर्चा खोल दिया है. शिमला नागरिक सभा ने सोमवार को डीसी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया और नगर निगम के खिलाफ जम कर नारेबाजी की साथ ही येलो लाइन पार्किंग ओर कवर्ड पार्किंग में शुल्क वसूलने के फैसले का विरोध जताया.
नागरिक सभा ने आरोप लगाया कि नगर निगम से कूड़ा पानी और प्रॉपर्टी टैक्स माफ करवाने के लिए कई बार ज्ञापन सौंपे गए लेकिन कोई राहत नहीं दी गई और अब नगर निगम सड़क किनारे जहां लोग बिना शुल्क दिए गाड़ियां खड़ी करने के पैसे वसूलने जा रहा है.
नागरिक सभा के अध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने कहा कि शिमला में कोरोना काल मे नगर निगम राहत देने के बजाय आर्थिक बोझ डालने का काम कर रहा है. निगम ने कूड़ा प्रॉपर्टी टैक्स और पानी के बिलों में लोगों को राहत नहीं दी और अब येलो लाइन के नाम पर भी लोगों से पैसे वसूलने जा रहा है जिसके खिलाफ सोमवार को प्रदर्शन किया गया.
नगर निगम ने होटल मालिकों को कूड़ा शुक्ल और प्रॉपर्टी टैक्स में राहत दी है लेकिन शहर की आम जनता को कोई राहत नहीं दी गई है. जबकि कोरोना के चलते लोगों का कारोबार ठप हो गया है. लोगों के पास पैसे नहीं हैं और ऐसे में लोगों को पांच महीने के एक साथ कूड़ा ओर पानी के बिल थमाए जा रहे हैं. जिसके चलते कोरोना संकट के बीच लोगों की परेशानी और बढ़ गई है.
विजेंद्र मेहरा ने कहा कि नगर निगम को जल्द लोगों को राहत देने की मांग की है और यदि नहीं देती है तो 12 अक्टूबर को 24 घण्टे का धरना प्रदर्शन नगर निगम कार्यालय के बाहर किया जाएगा.
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