शिमलाः ठियोग की पंचायत क्यार के चलावनी गांव की विधवा और बेसहारा महिला सत्या देवी को आखिरकार सरकार ने सुरक्षित छत मुहैया करवाई है. ईटीवी भारत की खबर के बाद महिला की मदद के लिए सरकार और लोगों ने अपने हाथ आगे बढ़ाए हैं और महिला और उसके परिवार के लिए एक वैकल्पिक मकान की व्यवस्था की है.
बता दें सत्या देवी इससे पहले एक टूटे-फूटे मकान में किसी तरह से गुजर-बसर कर रही थी जिसके गिरने का खतरा हरदम बना हुआ था. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से उठाया. इसके बाद सूबे के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने महिला की मदद के लिए सरकारी खजाने से 50 हजार की राशि दी ओर एसडीएम ठियोग को तुरंत इस महिला के लिए सहायता देने के आदेश दिए. बरसात में कोई बड़ा हादसा न हो इसके लिए प्रशासन ने जल्द ही एक वैकल्पिक मकान सत्या देवी के लिए बनाया है जिसमे वो अब कुछ सकून से रह रही है.
सत्या देवी के बच्चों का कहना है कि पहले वाले घर मे हरदम जान का खतरा बना रहता था पढ़ाई करने में दिक्कत आती थी, लेकिन अब हालात थोड़े सुधर गए हैं. सत्या देवी के बच्चों रेखा ओर दीक्षित ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और ईटीवी भारत का धन्यवाद किया है.
वैकल्पिक मकान में आने के बाद सत्या देवी ने भी राहत की सांस ली है और ईटीवी भारत के प्रयास और मुख्यमंत्री जयराम का धन्यवाद किया है. उन्होंने कहा कि करीब 90 साल पुराने घर की हालत बहुत खराब हो गई थी लेकिन इस समस्या को प्रमुखता से उठने पर हर कोई उनकी मदद के लिए आगे आया और सरकारी अमले ने भी उनकी मदद की जिसके बाद अब वो सुरक्षित महससू कर रही हैं.
बहरहाल सत्य देवी की समस्या को प्रशासन तक पहुचाने ओर सरकारी अमले को जगाने का ईटीवी भारत का प्रयास कारगर साबित हुआ. खण्डहर से निकलकर सत्या देवी वैकल्पिक मकान में रह रही हैं. हालांकि इस मकान को बनाने में भी प्रशासन ने कोई ज्यादा गम्भीरता नहीं दिखाई चादरों से बने उस घर मे भी बारिश का पानी कई जगह से अंदर आता है, लेकिन पंचायत और ठियोग ब्लॉक ने जल्द ही सत्या देवी को मकान देने का आश्वासन दिया है. वैकल्पिक मकान के बाद स्थाई मकान कब तक मिलेगा इस पर हमारी नजर अभी लगातार बनी रहेगी.