शिमला: लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए हिमाचल पहुंचे राहुल गांधी के सलाहकार सैम पित्रोदा ने 1984 सिख दंगों पर दिए अपने बयान के लिए माफी मांग ली है. सैम पित्रोदा ने उनके बयान को गलत तरीके से पेश करने की बात कही है. सैम ने कहा कि उनकी हिंदी अच्छी नहीं है और उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया.
सैम पित्रोदा ने कहा कि1984 की घटना दुखद है और उनके बयान से किसी की भावनाएं आहत हुई है तो उसके लिए वे माफी मांगते हैं. उन्होंने कहा कि वे किसी धर्म विशेष के पक्ष में नहीं है. उनका कहना ये था कि 1984 में जो हुआ वो गलत था, लेकिन इसे अब बीजेपी गलत तरीके से पेश कर रही है.
पित्रोदा का कहना है कि उन्होंने मोदी से सवाल किया था कि दो करोड़ रोजगार कहां है, काला धन क्यों वापिस नहीं लाया गया. 100 स्मार्ट सिटी क्यों नही बनीं, लेकिन बीजेपी के पास इसका कोई जवाब नहीं है और अब राजीव गांधी पर अनाप-शनाप ब्यानबाजी की जा रही है. उन्होंने कहा कि मोदी झूठ पर झूठ बोल रहे हैं और लोगों का ध्यान भटकाने के लिए कभी राहुल गांधी की राष्ट्रीयता पर और कभी राजीव गांधी पर बयान दे कर लोगों का ध्यान भटका रहे हैं.
आपको बता दें कि सैम पित्रोदा ने 1984 में सिक्खों के नरसंहार पर विवादित बयान देते हुए धर्मशाला में कहा था कि 'उस समय जो हुआ वो हुआ'. पित्रोदा के इस बयान को लेकर बीजेपी लगातार कांग्रेस पर हमलावर है. शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगभग अपनी सभी रैलियों में पित्रोदा के बयान का जिक्र कर निशाना साधा. हरियाणा की एक चुनावी सभा में उन्होंने कहा कि कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि 1984 दंगा हुआ तो हुआ, यह तीन शब्द कांग्रेस के अहंकार को दर्शाते हैं. जिसके बाद पित्रोदा ने अपने बयान पर सफाई दी है. सैम पित्रोदा ने ट्विटर पर भी इस बयान को लेकर माफी मांगी है. पित्रोदा ने ट्वीट करते हुए कहा, 'उस समय सिख भाइयों और बहनों को जो दर्द हुआ उसे मैं भी महसूस कर सकता हूं.'